पश्चिम बंगाल शिक्षा भर्ती घोटाला में मुख्य आरोपी पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी लगातार सुर्ख़ियों में हैं. ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से ईडी ने छापेमारी कर करीब 20 करोड़ कैश बरामद किए. इस बरामदगी के बाद बार-बार ये सवाल उठ रहा है कि आखिर अर्पिता के पास इतने रुपये कहां से आए. इस बीच ये भी पता चला है कि अर्पिता मुखर्जी मृगनयनी एम्पोरियम (Mrignayani emporium) की ब्रांड फेस भी थीं. जिसका स्वामित्व मध्य प्रदेश सरकार के पास है. रविवार को अर्पिता मुखर्जी को मेडिकल चेकअप के लिए ईडी मुख्यालय से बाहर ले जाया गया. उन्हें बाद में कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया.
बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री में कर चुकी हैं काम
अर्पिता मुखर्जी बांग्ला फिल्म इंडस्ट्री में काम कर चुकी हैं. उन्होंने बांग्ला फिल्मों के अलावा ओडिया और तमिल फिल्मों में भी काम किया है.मुखर्जी ने अपने फिल्मी कॅरियर में ज्यादातर साइड रोल ही किए हैं. अर्पिता मुखर्जी ने बांग्ला फिल्म अमर अंतरनाड में अभिनय किया था. वह बांग्ला फिल्मों के सुपरस्टार प्रोसेनजीत और जीत के लीड रोल वाली कुछ फिल्मों में भी साइड रोल कर चुकी हैं. केंद्रीय एजेंसियों के मुताबिक शिक्षा भर्ती घोटाले की जांच के दौरान अर्पिता मुखर्जी की संलिप्तता की बात सामने आई थी.
अर्पिता पार्थ चटर्जी की करीबी
अर्पिता मुखर्जी को पार्थ चटर्जी का करीबी बताया जाता है. पार्थ चटर्जी, ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार में शिक्षा मंत्री भी रहे हैं. पार्थ चटर्जी दक्षिण कोलकाता में लोकप्रिय दुर्गा पूजा समिति नकटला उदयन का संचालन करते हैं. अर्पिता 2019 और 2020 में पार्थ चटर्जी के दुर्गा पूजा समारोह का चेहरा भी रह चुकी हैं.
अस्पताल में बीती पहली रात
मंत्री पार्थ चट्टोपाध्याय की ईडी हिरासत वाली रात अस्पताल में बीती. फिलहाल उन्हें सरकारी एसएसकेएम अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के केबिन में शिफ्ट किया गया है. यहां डॉक्टर्स की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है. फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. हालांकि कल से कई सारे टेस्ट किए गए हैं.
मोनालिसा दास से हो सकती है पूछताछ
काजी नजरूल विश्वविद्यालय में बंगला की प्रोफेसर मोनालिसा दास तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी हैं. ईडी ने पार्थ चटर्जी की करीबी मोनालीसा दास को अपने रडार पर रखा है. मोनालिसा दास आसनसोल में एसबी गोराई रोड पर विवेकानंद पल्ली में किराए के मकान में रहती थीं. मालूम हो कि वह इस इलाके में करीब पांच साल तक किराए के मकान में अकेली रहती थीं. घर मालिक ने कहा कि वह पिछले दो हफ्ते से यहां नहीं आई हैं.