हरियाणा के भिवानी जिले के में 10 से 12 अप्रैल तक आयोजित 38वीं हरियाणा राज्य तीरंदाजी चैंपियनशिप घोर लापरवाही का शिकार हो गई. इस प्रतियोगिता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें रात के अंधेरे में कारों की हेडलाइट की रोशनी में फाइनल मुकाबले करवाए जाते दिख रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि अंधेरे में ही खिलाड़ियों को मेडल भी वितरित किए गए. इस घटना ने आयोजकों की तैयारियों और जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
हरियाणा राज्य तीरंदाजी संगठन के सचिव रामनिवास हुड्डा की देखरेख में आयोजित इस चैंपियनशिप में अंडर-10, अंडर-13, अंडर-15, सब-जूनियर, और सीनियर आयु वर्ग के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. लेकिन आयोजन की बदइंतजामी तब उजागर हुई, जब वायरल वीडियो में तीरंदाजों को रात के अंधेरे में कारों की रोशनी में निशाना लगाते देखा गया. यह न केवल खिलाड़ियों के लिए खतरनाक था, बल्कि तीरंदाजी जैसे सटीकता मांगने वाले खेल की गरिमा के लिए भी शर्मनाक माना जा रहा है.
वीडियो से साफ है कि आयोजक प्रतियोगिता को मात्र खानापूर्ति के तौर पर पूरा करने में जुटे थे. रात के अंधेरे में तीरंदाजी न केवल जोखिम भरा है, बल्कि इससे खिलाड़ियों की सुरक्षा और प्रदर्शन पर भी असर पड़ सकता है.
इस मामले में जब हरियाणा राज्य तीरंदाजी संगठन के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो कोई भी इस पर टिप्पणी करने को तैयार नहीं हुआ.
स्थानीय लोगों और खेल प्रेमियों ने इस लापरवाही पर नाराजगी जताई है. उनका कहना है कि हरियाणा जैसे खेल-प्रधान राज्य में इस तरह की बदइंतजामी अस्वीकार्य है. सोशल मीडिया पर भी इस वीडियो को लेकर आयोजकों की कड़ी आलोचना हो रही है.