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2 साल बाद आज से फिर शुरू हुई रेगुलर इंटरनेशनल फ्लाइट्स, भारत से जुड़ेंगी कई नई एयरलाइंस

कोरोना महामारी के चलते साल 2020 के मार्च से भारत ने सभी तरह की नियमित हवाई उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था. बाद में घरेलू उड़ानों पर से प्रतिबंध हटा लिया गया, लेकिन इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर ये प्रतिबंध लगा रहा.

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स्टोरी हाइलाइट्स
  • 23 मार्च 2020 से लगे थे प्रतिबंध
  • कोरोना केस में आई कमी के बाद हुआ फैसला

कोरोना महामारी के चलते लगभग दो साल से भारत के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगे प्रतिबंध काफी हद तक बाकी थे. ऐसे में अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, रविवार से भारत ने नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर से शुरू कर दिया है. दरअसल, कोरोना के मामले घटने से सभी पहलुओं की समीक्षा के बाद सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान सेवा बहाल करने का फैसला लिया है.

27 मार्च से 29 अक्टूबर तक समर शेड्यूल 2022  

आदेश में कहा गया है कि शिड्यूल्ड फॉरेन करियर्स ने अपने अंतरराष्ट्रीय शिड्यूल की मंजूरी के लिए आवेदन किया है. समर शेड्यूल 2022 इस साल 27 मार्च से 29 अक्टूबर तक प्रभावी है.  मॉरीशस, मलेशिया, थाईलैंड, तुर्की, संयुक्त राज्य अमेरिका, इराक और अन्य सहित 40 देशों की कुल 60 विदेशी एयरलाइनों को समर शेड्यूल 2022 के दौरान भारत से और भारत के लिए 1783 फ्रीक्वेंसी संचालित करने की मंजूरी दी गई है. इधर, कुछ नई एयरलाइंस - इंडिया सलाम एयर, एयर अरबिया अबू धाबी, क्वांटास और अमेरिकी एयरलाइन भारत के साथ एयरलाइन संचालन शुरू करने की तैयारी में हैं. 

23 मार्च 2020 से लगे थे प्रतिबंध

बताते चलें कि भारत ने 23 मार्च 2020 से COVID महामारी के कारण सभी तरह की नियमित हवाई उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था. बाद में घरेलू उड़ानों पर से प्रतिबंध हटा लिया गया, लेकिन इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर ये प्रतिबंध लगा रहा. हालांकि बीच में सरकार ने कुछ देशों के साथ ‘एयर बबल पैक्ट’ किया और उनके साथ चुनिंदा उड़ानों को चालू किया गया. अब सरकार सभी तरह की अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर से शुरू करने की कवायद कर रही है.

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'एयरलाइन ट्रैफिक प्री-कोविड लेवल तक पहुंचने की उम्मीद'

गौरतलब है कि नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में कहा था कि उन्हें अगले दो महीनों में एयरलाइन ट्रैफिक प्री-कोविड लेवल तक पहुंचने की उम्मीद है. साथ ही उन्होंने कहा था कि इस जुड़े सभी स्टेक होल्डर्स से बातचीत की जा रही है, ताकि अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा को पूर्ण रूप से बहाल किया जा सके.

 

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