पंजाब -हरियाणा के लाखों किसान केंद्र की मोदी सरकार से नाराज़ हैं. इस नाराज़गी की वजह तीन बिल हैं, जिनमें से एक पहले ही पास हो गया था और बाकी कल दो लोकसभा में पास कर दिए गए. इसके पहले सरकार को झटका तब लगा जब उसकी सहयोगी शिरोमणि अकाली दल से सांसद और कैबिनेट में मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. अकाली दल ने अपने इस कदम से दिखाने का प्रयास किया है कि वो इस फैसले में सरकार के साथ नहीं है. कुछ लोग इसे 2022 के पंजाब चुनाव से जोड़कर भी देख रहे हैं तो लाज़िमी है कि इसके राजनीतिक असर की बात भी होगी, लेकिन सबसे पहले ये समझते हैं कि आखिर इस बिल में ऐसा है क्या जिसके चलते विरोध हो रहा है. पूरी घटना पर नज़र रखे हुए हैं हमारे सहयोगी मंजीत सहगल.
भारत-चीन सीमा पर टेंशन से जुड़ी हर जानकारी और एनालिसिस हम आप तक लगातार पहुंचा रहे हैं. अब भी हालात जस के तस हैं. विदेश मंत्रालय ने अपनी वीकली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अहम जानकारियां दीं. एक तो यही कि सेनाओं की वापसी एलएसी से जल्द होगी और टकराव को खत्म करने के लिए दोनों तरफ के मंत्रियों के बीच सहमति बनी है. आपकी जानकारी में जोड़ दें कि 10 तारीख को दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक हुई थी. इससे पहले भी कई बार अलग अलग लेवल पर कई बैठकें हो चुकी हैं लेकिन जमीन पर कुछ ट्रांसलेट होता दिखा नहीं है. ऐसे में ये बैठक कितनी अलग थी और मंत्रालय क्या कह रहा है ये बता रही हैं इंडिया टुडे टीवी की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन.
कोरोना ने देश में जो स्पीड पकड़ी है वो सभी को मालूम है. उम्मीद बस यही है कि वैक्सीन आनेवाली है. ट्रायल कई के चल रहे हैं पर अगले साल की शुरुआत तक किसी भी वैक्सीन के आने की संभावना कम है. आ भी गई तो हमारा देश इतना बड़ा है कि कोने कोने में दवा पहुंचने के हिसाब से टाइम लगेगा. इस बीच साइंटिस्ट्स कुछ और उपायों पर भी गौर कर रहे हैं. एक स्टडी मास्क को लेकर छपी है. वैज्ञानिकों का मानना है कि वैक्सीन का सबसे शानदार विकल्प मास्क हो सकता है. New England Journal of Medicine में पब्लिश्ड रिसर्च कहती है कि मास्क पहनने से इम्युनिटी डेवलप हो सकती है और कोविड संक्रमण धीमा हो सकता है. अब ये बात तो हम सभी को पता है कि मास्क बड़े काम की चीज़ है लेकिन उसकी बराबरी वैक्सीन से हो रही है तो बात समझने जैसी है. प्रभाष दत्ता हमारे सहयोगी हैं, समझा रहे हैं.
और ये भी जानिए कि 18 सितंबर की तारीख इतिहास के लिहाज़ से अहम क्यों है.. क्या घटनाएं इस दिन घटी थीं. अख़बारों का हाल भी पांच मिनटों में सुनिए और खुद को अप टू डेट कीजिए. इतना कुछ महज़ आधे घंटे के न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में नितिन ठाकुर के साथ.