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आज का दिन: गुजरात से क्यों शुरू हो रहा बोरिस जॉनसन का भारत दौरा?

आजतक रेडियो' के मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में सुनेंगे - गुजरात से क्यों शुरू हो रहा बोरिस जॉनसन का दौरा? तमिलनाडु में क्यों लाया जा रहा एंटी नीट बिल? कितने पावर प्लांट्स में है कोयला की कमी?  क्यों घट रहे नेटफ्लिक्स के सब्सक्राइबर्स? सुनिए 'आज का दिन' में अमन गुप्ता के साथ.

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बोरिस जॉनसन (फाइल फोटो)
बोरिस जॉनसन (फाइल फोटो)

आजतक रेडियो' के मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट 'आज का दिन' में सुनेंगे - गुजरात से क्यों शुरू हो रहा बोरिस जॉनसन का दौरा? तमिलनाडु में क्यों लाया जा रहा एंटी नीट बिल? कितने पावर प्लांट्स में है कोयला की कमी?  क्यों घट रहे नेटफ्लिक्स के सब्सक्राइबर्स?

आजतक रेडियो पर हम रोज़ लाते हैं देश का पहला मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट ‘आज का दिन’, जहां आप हर सुबह अपने काम की शुरुआत करते हुए सुन सकते हैं आपके काम की  की ख़बरें और उन पर क्विक एनालिसिस. साथ ही, सुबह के अख़बारों की सुर्ख़ियां और आज की तारीख में जो घटा, उसका हिसाब किताब. आगे लिंक भी देंगे लेकिन पहले जान लीजिए कि आज के एपिसोड में हमारे पॉडकास्टर अमन गुप्ता किन ख़बरों पर बात कर रहे हैं. 

गुजरात से क्यों शुरू हो रहा बोरिस जॉनसन का दौरा?

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच आज ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन दो दिन के भारत के दौरे पर आ रहे हैं. खास बात ये है कि बोरिस जॉनसन अपने दौरे की शुरुआत दिल्ली से नहीं बल्कि गुजरात से करने वाले हैं. गुजरात के बाद बोरिस जॉनसन दिल्ली जाएंगे जहां दोनों देशों के बीच कुछ मुद्दों पर चर्चा होगी. पिछले महीने ही ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस भारत दौरे पर आईं थीं. वो चाहती थीं कि भारत भी रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए. लेकिन भारत ने ऐसा कुछ नहीं किया. साथ ही भारत ने यूनाइटेड नेशन्स में भी रूस के खिलाफ वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. तो अब इन सब के बीच बोरिस जॉनसन के भारत दौरे को किस तरह देखा जाए, जहां वो दिल्ली न जाकर सबसे पहले गुजरात जाएंगे? किन मुद्दों पर चर्चा या समझौता होते देख सकते हैं हम दोनों देशों के बीच

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तमिलनाडु में क्यों लाया जा रहा एंटी नीट बिल?

भारत में मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए एक परीक्षा होती है NEET(National Eligibility cum Entrance Test) इसके स्कोर पर ही एमबीबीएस, बीडीएस, होम्योपैथी, आयुष कोर्स और बीएससी नर्सिंग कोर्सेज में किसी कॉलेज में दाखिला मिलता है. हर साल लाख़ों स्टूडेंट्स इसमें शामिल होते हैं लेकिन तमिलनाडु इस परीक्षा के ख़िलाफ़ है. यहां की सरकार नीट के विरोध में एंटी नीट बील दो बार लेकर आ चुकी है मगर सरकार का दावा है कि राज्यपाल आरएन रवि इस बिल को पास नहीं होने देना चाह रहे. बीजेपी भी इस बिल को लागू करने के बिल्कुल पक्ष में नहीं है. फरवरी में ही राज्य विधानसभा में एंटी नीट बिल को दूसरी  बार पास कर राज्यपाल के पास इसे भेजा गया, लेकिन अभी तक राज्यपाल की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है.  

इन सब के बाद मंगलवार को डीएमके के नेताओं ने इसके विरोध में राज्यपाल को काले झंडे दिखाए जिसके बाद इस मामले ने एक दफा फिर से तूल पकड़ लिया है. तो इस एंटी नीट बिल में है क्या और इसपर इतना बवाल क्यों मचा हुआ है? BJP इस बिल का विरोध क्यों कर रही है? तमिलनाडु के बच्चे क्या चाहते हैं?

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कितने पावर प्लांट्स में है कोयला की कमी?

क़रीब एक साल से देश कोयला संकट से जूझ रहा है. पिछले कुछ महीनों से केंद्र सरकार दावा करती आई कि देश में पर्याप्त कोयला है लेकिन महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब से बिजली कटने की लगातार आ रही ख़बरें इन दावों पर सवाल उठाती रही... और इतने महीने बाद आखिरकार केंद्र सरकार ने देश में कोयला कमी की बात मान ली है. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा कि आंध्र, राजस्थान, तमिलनाडु समेत कुछ राज्यों में कोयले की कमी हुई है. बाहर से आने वाले कोयले के दाम काफी तेजी से बढ़े हैं. इसके अलावा कोयले को पहुंचाने में हो रही देरी भी इसकी एक वजह है. हालांकि, सरकार का कहना है कि यूपी, पंजाब में कोयले की कमी नहीं हुई है, लेकिन पंजाब के ऊर्जा मंत्री हरभजन सिंह ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी से मुलाकात कर राज्य में थर्मल पावर स्टेशन चलाने के लिए एक्स्ट्रा कोयले की मांग की है. तो अब इन सब के बीच सवाल ये है कि देश में कोयला पावर प्लांट की स्थिति क्या है, आंकड़े क्या कहते है?

क्यों घट रहे नेटफ्लिक्स के सब्सक्राइबर्स?

नेटफ्लिक्स को लेकर आई एक ख़बर ने सभी को हैरान कर दिया है. कंपनी ने बताया कि पिछले तीन महीने में नेटफ्लिक्स के दो लाख सब्सक्राइबर्स कम हुए हैं और दावा किया जा रहा है कि आने वाले क्वाटर में इसकी संख्या बीस लाख तक पहुंच सकती है. मौजूदा वक्त में नेटफ्लिक्स के करीब 22 करोड़ सब्सक्राइबर हैं लेकिन इनके अलावा भी करीब 10 करोड़ परिवारों इससे जुड़े हुए हैं. नेटफ्लिक्स ने एक लेटर में कहा कि 'हम उतनी तेजी से Revenue नहीं बढ़ा रहे हैं जितना हम चाहते हैं. 2020 में कोविड आने के बाद हमें काफी फायदा हुआ लेकिन 2021 में ज्यादा फायदा नहीं मिल पाया. बहरहाल, तो अब सवाल ये है कि नेटफ्लिक्स के सब्सक्राइबर्स गिरने का कारण क्या है? इन ख़बरों पर विस्तार से चर्चा के अलावा ताज़ा हेडलाइंस, देश-विदेश के अख़बारों से सुर्खियां, आज के दिन की इतिहास में अहमियत सुनिए 'आज का दिन' में अमन गुप्ता के साथ.

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21 अप्रैल 2022 का 'आज का दिन' सुनने के लिए यहां क्लिक करें...

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