scorecardresearch
 

'ड्रीम अमेरिका' के लिए खर्च किए 55 लाख, 8 महीने में दो बार डिपोर्ट... कहानी फिरोजपुर के नवदीप की

अमेरिका से अवैध प्रवासियों का तीसरा जत्था रविवार शाम अमृतसर पहुंचा. ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से अबतक कुल 332 लोग अमेरिका से भारत डिपोर्ट किए जा चुके हैं. 'ड्रीम अमेरिका' की कई खबरें सोशल मीडिया पर तैर रही हैं. लोग लाखों रुपये खर्च करके अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचे थे. लेकिन अब उन्हें वापस भेजा जा रहा है.

Advertisement
X
अमेरिका से अबतक 332 अवैध प्रवासी किए गए डिपोर्ट. (PTI)
अमेरिका से अबतक 332 अवैध प्रवासी किए गए डिपोर्ट. (PTI)

अमेरिका से अवैध प्रवासियों का तीसरा जत्था रविवार शाम अमृतसर पहुंचा. ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से अबतक कुल 332 लोग अमेरिका से भारत डिपोर्ट किए जा चुके हैं. 'ड्रीम अमेरिका' की कई खबरें सोशल मीडिया पर तैर रही हैं. लोग लाखों रुपये खर्च करके अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचे थे. लेकिन अब उन्हें वापस भेजा जा रहा है. ऐसी ही कहानी पंजाब के फिरोजपुर जिले के रहने वाले नवदीप की है, जिन्होंने अमेरिका जाने के लिए दो बार मोटी रकम खर्च की लेकिन दोनों ही बार किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया.
  
8 महीने में खर्च किए 55  लाख, लेकिन...

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, नवदीप के पिता कश्मीर सिंह ने बताया कि पिछले 8 महीने में दो बार हमने उसे अमेरिका भेजने के लिए करीब 55 लाख खर्च किए. लेकिन दोनों ही बार किस्मत ने साथ नहीं दिया. नवदीप को अवैध प्रवासियों के दूसरे जत्थे से ही भारत आना था. लेकिन वो बीमार पड़ गए, जिसके चलते  उन्हें तीसरे जत्थे में डिपोर्ट किया गया.

पिता चलाते हैं मिठाई की दुकान

नवदीप के पिता एक छोटी सी मिठाई की दुकान चलाते हैं. उन्होंने बताया कि उनका छोटा बेटा यानी नवदीप ग्रैजुएट है. वो कभी-कभी काम में उनका हाथ भी बटाता था. लेकिन मिठाई की दुकान पर काम करने में उसे शर्मिंदगी महसूस होती थी. घरवाले चाहते थे कि वह कोई नौकरी कर ले. लेकिन नवदीप अमेरिका जाना चाहता था. 

Advertisement

यह भी पढ़ें: अमेरिका से डिपोर्ट भारतीयों को लेकर तीसरा विमान अमृतसर पहुंचा, 112 अवैध प्रवासी वापस भेजे गए

जमीन बेचकर दिए 40 लाख...

नवदीप के पिता ने बताया कि पिछले साल उन्होंने अपनी एक जमीन बेचकर 40 लाख रुपये जुटाए थे. रिश्तेदारों से भी कुछ पैसे उधार लिए थे. लेकिन पनामा शहर में ही बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके कुछ दिन बाद ही उसे भारत डिपोर्ट कर दिया गया. 

फिर जगा अमेरिका जाने सपना...

पनामा से डिपोर्ट होने के बाद नवदीप करीब दो महीने घर पर रुका. लेकिन उसका अमेरिका जाने का सपना नहीं मरा. आखिरकार उसने उसी एजेंट से दोबारा संपर्क किया, जिसने पहले पैसे लिए थे. इस बार एजेंट ने 15 लाख रुपये की रकम मांगी. इस बार जुगाड़ भी सटीक बैठा और नवदीप अमेरिका पहुंच गया. लेकिन 2 महीने बाद ही स्थिति फिर बदल गई. 27 जनवरी को ही अमेरिका में नवदीप को डिटेन कर लिया गया था. लेकिन इसकी जानकारी दो दिन पहले उनके घरवालों को दी गई. हालांकि, नवदीप का मामला इकलौता नहीं है. कई लोगों ने अपने घरबार बेचकर, पैसे उधार लेकर अमेरिका जाने की कोशिश की. लेकिन कुछ ही महीनों में उनपर ये गाज गिरी है. 

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement