भारत आज इतिहास रचने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा विलास क्रूज को हरी झंडी दिखाने जा रहे हैं. दुनिया का सबसे लंबा रिवर क्रूज 51 दिनों में वाराणसी से बांग्लादेश तक का सफर तय करने वाला है. पांच सितारा सुविधा मिलेंगी, सांस्कृतिक धरोहरों को देखने का मौका होगा और मनोरंजन का पूरा ख्याल रखा जाएगा.
काशी से अपनी यात्रा की शुरुआत करते हुए ये क्रूज पटना, कलकत्ता, ढाका और डिब्रूगढ़ तक जाएगी. कुल 3200 किलोमीटर का सफर तय किया जाएगा. बांग्लादेश के 27 रिवर सिस्टम से होकर भी गुजरा जाएगा. 50 से अधिक जगहों पर रुकेगी और सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा नेशनल पार्क जैसी जगहों के भी दर्शन होंगे.
बताया जा रहा है कि इस क्रूज की पहली यात्रा के दौरान स्विट्जरलैंड के 31 पर्यटक शामिल होंगे, उनके साथ 40 क्रू मेंबर भी साथ जाएंगे. ऐसे में कुल 71 लोगों के साथ ये क्रूज अपना सफर तय करेगी. अब इस यात्रा के जरिए लोगों का मनोरंजन तो होगा ही, इसके साथ-साथ बांग्लादेश से कनेक्टिंग अच्छी होगी और जलमार्ग का विकास भी होगा.
यात्रा उबाऊ न हो, इसलिए क्रूज़ पर गीत संगीत ,सांस्कृतिक कार्यक्रम, जिम आदि की भी सुविधाएं होंगी. गंगा विलास क्रूज आधुनिक सुविधा से युक्त और पूरी तरह सुरक्षित होगा. एक ही रिवर शिप द्वारा की जाने वाली सबसे लंबी यात्रा होगी.
जानकारी के लिए बता दें कि गंगा विलास क्रूज भारत में निर्मित पहला रिवरशिप है, जो काशी से बोगीबील (डिब्रूगढ़) तक सबसे लंबी जलयान (क्रूज) यात्रा कराएगी. जल परिवहन की सबसे लंबी और रोमांचकारी रिवर क्रूज़ यात्रा के दौरान भारत की अद्भुत तस्वीर देखने का मौका मिलेगा.
क्रूज के डायरेक्टर राज सिंह ने खास बातचीत में बताया कि उनके क्रूज में सभी लग्जरी सुख सुविधा है, कुल 31 स्विस यात्री क्रूज पर सवार होंगे और 40 क्रू मेंबर को मिलाकर कुल 71 लोग क्रूज की यात्रा पर निकलेंगे.
वहीं इस अद्भुत यात्रा के बारे वाराणसी के जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने बताया कि आज पीएम मोदी वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर गंगा विलास कूज को रवाना करेंगे, 51 दिनों तक 3200 किलोमीटर सफर करके गंगा और ब्रह्मपुत्र होते हुए डिब्रूगढ़ जायेगी.