आज 31 जुलाई 2025 को एनआईए की विशेष अदालत ने 2008 के मालेगांव बम धमाके मामले में सभी सातों आरोपियों को बरी कर दिया है. यह वही मामला था जिसके बाद देश में 'भगवा आतंकवाद' की थ्योरी गढ़ी गई थी. अदालत ने अपने फैसले में कहा कि घटनास्थल पर कोई एहतियात नहीं बरता गया, सबूतों के साथ छेड़छाड़ हुई और बैरिकेडिंग तक नहीं की गई.