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मराठा आरक्षण की मांग...एक और युवक ने दी जान, जानिए क्या पूरा मामला

बीड जिले से सुसाइड का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक युवक ने मराठा आरक्षण के लिए आत्महत्या कर ली. इस घटना के सामने आने बाद इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, उसी के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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शरद अशोक मटे (फाइल-फोटो)
शरद अशोक मटे (फाइल-फोटो)

महाराष्ट्र के बीड जिले से सुसाइड का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक युवक ने मराठा आरक्षण के लिए आत्महत्या कर ली. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. 

मृतक का नाम शरद अशोक मटे (21) था. मंगलवार दोपहर दो बजे उसने अपने घर के पास खेत में एक पेड़ से लटकर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. बताया जा रहा है कि राज्य में मराठा आरक्षण का मुद्दा उठा हुआ है और कई युवा खुदकुशी कर चुके हैं. 

21 साल के युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी की

बताया जा रहा है कि मां ने अपने बेटे का शव पेड़ से लटका देखा तो उसने शोर मचाया. आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हुए और पुलिस को इसकी सूचना दी. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच शुरू की. शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला है कि युवक ने मराठा आरक्षण को लेकर खुदकुशी की है. 

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पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की

वहीं, पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौंप दिया जाएगा. इस मामले की गहराई से जांच चल रही है, उसी के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी. बता दें, महाराष्ट्र  में मराठा समुदाय को आरक्षण देने का मामला इन दिनों काफी गर्म है. मराठा आरक्षण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को कहा कि कि सरकार मराठा समुदाय को नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण देने को प्रतिबद्ध है लेकिन उसके लिए युवाओं को आत्महत्या जैसे कदम उठाने की जरूरत नहीं है. 

मराठा आरक्षण कार्यकर्ता सुनील कावले ने की थी खुदकुशी

बता दें कि 19 अक्टूबर को मराठा आरक्षण कार्यकर्ता सुनील कावले का शव मुंबई के बांद्रा इलाके में एक फ्लाईओवर के किनारे लैंप पोस्ट से लटका हुआ पाया गया था. उन्होंने समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करते हुए एक सुसाइड नोट छोड़ा था. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि उनकी सरकार मराठा समुदाय को नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे आत्महत्या जैसा कदम न उठाएं.

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