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महाराष्ट्र के चंद्रपुर में बाघ के हमले से महिला की मात, तीन दिन में पांच महिलाओं की जा चुकी है जान

चंद्रपुर जिले में बाघ के हमले थम नहीं रहे हैं. तेंदूपत्ता तोड़ने गई 28 वर्षीय महिला भूमिका भेंदारे की आज मौत हो गई. बीते 72 घंटों में पांच महिलाओं की जान जा चुकी है. जंगल में रोजी-रोटी की तलाश अब जान पर बन आई है. ग्रामीणों ने सुरक्षा और वन विभाग की ठोस कार्रवाई की मांग की है.

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बाघ के हमले में महिला की मौत
बाघ के हमले में महिला की मौत

महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में बाघ के हमलों का सिलसिला लगातार जारी है. सोमवार को एक महिला को बाघ ने मौत के घाट उतार दिया. घटना मूल तहसील के भादूरणा गांव की है. 28 वर्षीय भूमिका दीपक भेंदारे अपने पति और अन्य महिलाओं के साथ तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल गई थी. तभी घात लगाकर बैठे बाघ ने अचानक हमला कर दिया. हमला इतना तेज था कि भूमिका को संभलने का मौका भी नहीं मिला और वह मौके पर ही मौत हो गई.

इस घटना के बाद गांव में मातम पसर गया. ग्रामीणों में डर के साथ-साथ आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है. वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. चिंता की बात यह है कि यह कोई एक घटना नहीं है. पिछले तीन दिनों में बाघ के हमलों में तेजी आई है. 72 घंटों में कुल पांच महिलाओं की जान जा चुकी है.

बाघ के हमले से महिला की मौत 

10 मई को सिंदेवाही तहसील के मेंढा-माल गांव में तीन महिलाओं की मौत हुई थी. इनमें कांता चौधरी, शुभांगी चौधरी और रेखा शेंडे शामिल थीं. 11 मई को मूल तहसील के महादवाड़ी गांव में विमला डोंडे की मौत हुई. और आज भूमिका भेंदारे भी बाघ का शिकार बन गई.

तेंदूपत्ता संग्रहण का सीजन चल रहा है जो ग्रामीणों की रोजी-रोटी का प्रमुख साधन है. लेकिन अब यही काम जान का खतरा बन गया है. खासकर महिलाओं में डर गहराता जा रहा है.

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ग्रामीणों ने की सुरक्षा की मांग 

ग्रामीणों ने मांग की है कि खतरे वाले इलाकों में गश्त बढ़ाई जाए, बाघों को पहचान कर दूर किया जाए और तेंदूपत्ता तोड़ने वालों को सुरक्षा दी जाए. उनका साफ कहना है, हमें सुरक्षा चाहिए ताकि हम सुरक्षित जीवन जी सकें.

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