राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि इस बार का चुनाव बहुत अलग था. इस चुनाव में शुरुआत में एक छवि बनी थी कि मोदी है तो मुमकिन है. कहा गया कि मोदी की गारंटी है. लेकिन आखिरकार हुआ क्या?
महाराष्ट्र के दिग्गज नेता पवार ने कहा है कि चुनाव प्रचार में कुछ नियमों का पालन करना होता है और इस सभ्यता को कायम रखना चाहिए. हाल ही में हुए चुनाव में एनसीपी (एसपी) को महाराष्ट्र में 8 सीटें मिली है.
शरद पवार ने कहा कि इस बार का चुनाव बहुत अलग था. इस चुनाव में शुरुआत में एक छवि बनी थी कि मोदी है तो मुनकिन है. मोदी की गारंटी है. पूरे देश में एक अलग सा माहौल था. पवार ने कहा कि मीडिया में भी माहौल था. जिससे हम भी चिंतित थे लेकिन आखिरकार हुआ क्या?
एनसीपी (एसपी) नेता ने कहा कि चुनाव प्रचार में कुछ नियमों का पालन करना होता है. सभ्यता को कायम रखना चाहिए. चुनाव के दौरान कहीं भी जाति और धर्म को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. शरद पवार ने कहा कि मोदी चुनाव प्रचार के दौरान कई जगहों पर भाषण दे रहे थे. यह उनका अधिकार है. मेरे उनसे अच्छे संबंध थे. वे बारामती आए थे. यहां आकर उन्होंने कहा कि राजनीति में वे शरद पवार की उंगली पकड़कर आए हैं. लेकिन यह उनका झूठ था. पवार ने बतलाया कि इसके बावजूद उन्होंने ऐसा बोला ताकि बारामती के लोग खुश हो जाएं, लेकिन यह सच नहीं था.
बता दें कि बारामती सीट पर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को 1 लाख 58 हजार 333 वोटों से शिकस्त दी है.
इससे पहले शरद पवार ने नरेंद्र मोदी के भटकती आत्मा वाले बयान पर उनपर हमला बोला था. शरद पवार ने कहा था कि राजनीतिक दलों के रूप में हम एक-दूसरे की आलोचना करें. लेकिन हम जागरूक हैं. उन्होंने मुझे भटकती आत्मा कहा. लेकिन आत्मा सदैव रहती है. यह आत्मा आपका पीछा नहीं छोड़ने वाली है.