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रवींद्र चव्हाण बने महाराष्ट्र बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष, जानें उनका राजनीतिक सफर

रविंद्र चव्हाण को महाराष्ट्र बीजेपी का नया राज्य अध्यक्ष की कमान संभाली है. मुंबई में आयोजित राज्य परिषद बैठक में किरन रिजिजू ने चव्हाण को पदस्थ किया. वे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी माने जाते हैं. चव्हाण ने बीजेपी और उसकी विचारधारा के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता जताई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो रहे बदलाव की सराहना की.

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रवींद्र चव्हाण ने संभाला महाराष्ट्र बीजेपी का कमान (फोटो क्रेडिट - पीटीआई)
रवींद्र चव्हाण ने संभाला महाराष्ट्र बीजेपी का कमान (फोटो क्रेडिट - पीटीआई)

महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को नया प्रदेशाध्यक्ष मिला है. रवींद्र चव्हाण को पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने मुंबई में आयोजित राज्य परिषद की बैठक में इस घोषणा की. उन्होंने पूर्व अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की जगह पदभार संभाला है. 

क्या बोले रवींद्र चव्हाण?

पदभार ग्रहण करने के बाद रवींद्र चव्हाण ने कहा, 'मैं बीजेपी का ऋणी हूं, पार्टी ने आम कार्यकर्ता और साधारण परिवार से आने वाले व्यक्ति को प्रदेशाध्यक्ष बनाया है. मेरी पहचान बीजेपी है. बीजेपी की विचारधारा गंगा की तरह पवित्र और प्रभावशाली है'.

उन्होंने कहा कि 2014 से पहले के समय को याद करें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकारों से इसकी तुलना करें - जो समाज के सभी वर्गों को न्याय दिलाने के लिए दिन-रात काम कर रही है. ये केवल हमारे कार्यकर्ता हासिल कर सकते हैं. न कोई और पार्टी और विचारधारा हासिल कर सकती है. 

उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से इसे आगे बढ़ाने का आग्रह किया और कहा कि यह हमारे सामूहिक प्रयासों का समय है. एक कार्यकर्ता न तो कभी रुकता है और न कभी थकता है. 

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कैसा रहा रवींद्र चव्हाण का राजनीति सफ़र?

रवींद्र चव्हाण ने 2002 में बीजेपी युवा मोर्चा से अपनी राजनीतिक सफ़र की शुरुआत की थी. 2007 में वह कल्याण-डोंबिवली नगर निगम में पार्षद बने थे और इसके बाद स्थायी समिति अध्यक्ष पद संभाला. 

2009 से 2024 तक वह डोंबिवली विधानसभा सीट से लगातार चार बार विधायक बने. 2024 चुनाव में उन्होंने 77,106 वोटों से अपना सीट जीता था. 2016 से 2019 तक कैबिनेट मंत्री, बंदरगाह, सूचना प्रौद्योगिकी, चिकित्सा शिक्षा, तथा खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण जैसे विभागों की देखरेख की. 

2022 से 2024 तक एकनाथ शिंदे सरकार में लोक निर्माण मंत्री रहे. वह पालघर और सिंधुदुर्ग जिलों के गार्जियन मंत्री भी रह चुके हैं. 
 
रवींद्र चव्हाण को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का करीबी माना जाता है. रिपोर्ट्स के अनुसार, शिवसेना के भीतर एकनाथ शिंदे के तख्तापलट के दौरान लॉजिस्टिक्स प्रबंधन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी. 

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रवींद्र चव्हाण का कोंकण क्षेत्र में उनकी पकड़ बेहद मज़बूत है, जो आगामी चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति में अहम साबित हो सकती है. 

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उन्हें पार्टी के सदस्यता अभियान के तहत 1.5 करोड़ नए सदस्य जोड़ने का भी श्रेय दिया जाता है. इसी साल जनवरी में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें प्रदेश का कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष बनाया था. प्रदेशाध्यक्ष पद की औपचारिक ऐलान एक जुलाई, 2025 को हुई थी. 

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