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मुंबई में दही हांडी नहीं फोड़ पाएंगे माखनचोर!, पाबंदी के लिए पूनम महाजन ने लिखा पत्र

बाल संरक्षण आयोग के बाद अब बीजेपी सांसद पूनम महाजन ने बाल विकास मंत्री मेनका गांधी को एक पत्र लिखकर दही हांडी में 12 साल तक के बाल गोपालों के भाग लेने पर पाबन्दी लगाने की सिफारिश की है.

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माखनचोर बने बच्चे
माखनचोर बने बच्चे

मुंबई के दही हांडी उत्सव में बाल-गोपाल भाग लेंगे या नहीं, इस पर विवाद गहराता जा रहा है. बाल संरक्षण आयोग के बाद अब बीजेपी सांसद पूनम महाजन ने बाल विकास मंत्री मेनका गांधी को एक पत्र लिखकर दही हांडी में 12 साल तक के बाल गोपालों के भाग लेने पर पाबन्दी लगाने की सिफारिश की है. हालांकि मंडल इसे एकतरफा लिया गया फैसला बता रहे हैं.

मुंबई में दही हांडी त्यौहार के आने में बस कुछ ही दिन बचे हैं, लेकिन इस साल इस त्यौहार को लेकर विवादों का साया गहराता जा रहा है. विवाद ये हैं कि इस साल इस त्यौहार में बाल गोपाल भाग लेंगे या नहीं, जिसको लेकर दही हांडी मंडलों और बाल संरक्षण आयोग के बीच पहले से ही ठनी हुई है. इस बीच बीजेपी सांसद पूनम महाजन ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को पत्र लिख कर दही हांडी उत्सव में बाल गोपालों के भाग लेने पर पाबन्दी लगाने की सिफारिश की है.

पूनम महाजन ने अपने पत्र में लिखा है, 'दही हांडी महाराष्ट्र का एक प्रसिद्ध त्यौहार है, लेकिन इसके चलते इसमें भाग लेने वाले कई बाल गोपालों का भविष्य खराब हो जाता है.'

उन्होंने आगे लिखा, 'दही हांडी पिरामिड में ऊपर के तीन से चार थर में छोटे छोटे बच्चों को चढ़ाया जाता है और जब थर गिरता है तो बच्चों को गंभीर चोटें आती हैं. इसके चलते कई कि मृत्यु हो जाती है तो कई अपंग हो जाते हैं. आप (मेनका गांधी) महाराष्ट्र सरकार को या तो इस पर पूरी तरह से बैन लगाने या 12 साल तक के बाल गोपालों के इसमें भाग ना लेने के आदेश दें.

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गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही इन सब मामलों को लेकर महाराष्ट्र बाल संरक्षण आयोग ने 4-12 साल तक की उम्र के बच्चों के दही हांडी में भाग लेने पर पाबन्दी लगा दी थी. जिसके विरोध में दही हांडी मंडलों ने इस साल के दही उत्सव का बहिष्कार करने की धमकी भी दी. अब पूनम महाजन द्वारा सरकार को लिखे गए पत्र के बाद सार्वजनिक मंडल समिति का कहना है की इस मामले में एकतरफा फैसले लिए जा रहे हैं. मंडलों से इस बारे में कोई बात नहीं की जा रही है. बच्चों के बिना दही हांड़ी की कल्पना नहीं की जा सकती.

इस पूरे विवाद पर मुंबई पुलिस भी अपनी नजर बनाए हुए है, क्योंकि इस उत्सव में सुरक्षा की जिम्मेदारी मुंबई पुलिस की ही होती है और बाल गोपाल बनने के बाद अगर मंडल फिर भी नहीं मानते हैं तो कार्रवाई पुलिस को ही करनी होती है. पुलिस कमिश्नर राकेश मारिया का कहना है कि इस मामले में मंडलों को बुलाकर बैठक करेंगे.

मामले पर जारी विवादों के बीच शनिवार को मुंबई में प्रैक्टिस करते हुए एक 12 साल के बच्चे की मौत हो गईं. नवी मुंबई के मनापा स्कूल में पढ़ने वाला किरण तलेकारी अपने दोस्तों के साथ गोविंदा बन मटकी तोड़ने की प्रैक्टिस कर रहा था. प्रैक्टिस करते वक्त किरण नीचे गिर गया. उस वक्त किरण को खास तकलीफ नहीं हुई. किरण चोट लगने के बाद घर जाकर सो गया. अगली सुबह किरण की मम्मी ने जब उसे उठाने की कोशिश की, तो किरण उठ नहीं पाया. इसके बाद किरण के परिजन उसे अस्पताल ले गए, जहाँ पर उसकी मौत हो गई.

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इस घटना को लेकर जब मंडलों से सवाल किए गए, तो उन्होंने सिर्फ अफ़सोस जता कर अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश की.

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