भारत में अवैध रूप से रहने के आरोप में 21 वर्षीय बांग्लादेशी महिला को नवी मुंबई से गिरफ्तार किया गया था. महिला कई बीमारियों से पीड़ित थी, ऐसे में उसे इलाज के लिए जेल से जेजे अस्पताल लाया गया था, जहां से वह फरार हो गई. इस बात की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को दी. अधिकारी ने बताया कि पांच महीने की गर्भवती रुबीना इरशाद शेख गुरुवार को एक कांस्टेबल को धक्का देकर सरकारी अस्पताल से भाग गई.
अधिकारी ने बताया कि वह एक बांग्लादेशी नागरिक है, जिसे 5 अगस्त को नवी मुंबई में अवैध रूप से देश में रहने के आरोप में हिरासत में लिया गया था. वह भायखला महिला जेल में बंद थी और बुखार, त्वचा संबंधी बीमारियों आदि के इलाज के लिए उसे जेजे अस्पताल लाया गया था.
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शेख पर भागने के लिए भारतीय न्याय संहिता के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. साथ ही उस पर पहले से ही पासपोर्ट अधिनियम और विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज है. फिलहाल उसे पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
आपको बता दें कि अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को लेकर भारत सरकार कड़े एक्शन ले रही है. इसी क्रम में हैदराबाद से "अवैध रूप से" रह रहे बीस बांग्लादेशी नागरिकों को उचित प्रक्रिया के बाद निर्वासित कर दिया गया. निर्वासित किए गए 20 बांग्लादेशी नागरिकों में नौ पुरुष और 11 महिलाएं थीं. सभी अवैध रूप से भारत में कई वर्षों से रह रहे थे.