मुंबई के बांद्रा टर्मिनस पर एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां नकली पुलिसकर्मियों ने एक व्यापारी को डराकर उसके 10.5 लाख रुपये लेकर चंपत हो गए. इस पूरे मामले में एक महिला एएसआई भी इस साजिश में शामिल पाई गई, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
एजेंसी के अनुसार, मालाड में कपड़े की दुकान चलाने वाले व्यापारी विकास गुप्ता को अंधेरी के रहने वाले जाहिर अहमद ने इलेक्ट्रॉनिक सामान के आयात का लालच देकर जाल में फंसा लिया. साजिश के तहत अहमद ने विकास गुप्ता को सोमवार की शाम बांद्रा टर्मिनस पर 10.5 लाख रुपये कैश लेकर बुलाया.
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इसके बाद जैसे ही विकास गुप्ता स्टेशन पर पहुंचे तो वहां दो आरोपी 45 वर्षीय नीलेश कलसुलकर और 32 वर्षीय प्रवीन शुक्ला पुलिसकर्मी बनकर उनके पास आए और बैग के बारे में पूछताछ करने लगे. दोनों ने जब धमकाया तो विकास गुप्ता घबरा गए और आरोपी उनके पैसों से भरे बैग को लेकर फरार हो गए.
इसके बाद पीड़ित विकास गुप्ता ने तत्काल बांद्रा पुलिस स्टेशन में मामले की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने अगले ही दिन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
जांच के दौरान यह खुलासा हुआ कि बांद्रा रेलवे पुलिस स्टेशन में तैनात महिला एएसआई विजया इंगावले भी इस मामले में शामिल थी. आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है. वहीं, महिला एएसआई की संलिप्तता सामने आने के बाद रेलवे पुलिस आयुक्त ने बांद्रा रेलवे पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक को निलंबित कर दिया है.