scorecardresearch
 

महाराष्ट्र में सीएम पर सस्पेंस के बीच शिंदे ने की कार्यकर्ताओं से अपील, बोले- मेरे समर्थन के लिए एकत्र न हों

महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि कोई भी उनके आवास वर्षा या कहीं और समर्थन के लिए एकत्र न हों. साथ ही कहा कि कुछ समूहों ने एक साथ मुंबई आने की अपील की है, मैं आपके प्यार के लिए बहुत आभारी हूं. हालांकि मैं किसी से भी इस तरह से एक साथ आने और मेरा समर्थन करने की अपील नहीं करता.

Advertisement
X
एकनाथ शिंदे (फोटो- पीटीआई)
एकनाथ शिंदे (फोटो- पीटीआई)

महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर सस्पेंस बरकरार है. इसी बीच महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि कोई भी उनके आवास वर्षा या कहीं और समर्थन के लिए एकत्र न हों. शिंदे ने X पर एक पोस्ट किया, इसमें उन्होंने कहा कि महायुति की बड़ी जीत के बाद राज्य में एक बार फिर हमारी सरकार बनने जा रही है. महायुति के रूप में हमने एक साथ चुनाव लड़ा और आज भी साथ हैं. मेरे प्रति प्रेम के कारण कुछ समूहों ने एक साथ मुंबई आने की अपील की है, मैं आपके प्यार के लिए बहुत आभारी हूं. हालांकि मैं किसी से भी इस तरह से एक साथ आने और मेरा समर्थन करने की अपील नहीं करता. एक बार फिर मेरा विनम्र अनुरोध है कि शिवसेना के कार्यकर्ता मेरे आवास वर्षा या कहीं और एकत्र न हों. महायुति एक मजबूत और समृद्ध महाराष्ट्र के लिए मजबूत रही है और आगे भी मजबूत रहेगी. 

पीटीआई के मुताबिक महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन महायुति की शानदार जीत के तुरंत बाद संभव लग रहा था, लेकिन शिवसेना के इस आग्रह के कारण यह थोड़ा टल गया है कि एकनाथ शिंदे ही मुख्यमंत्री बने रहें. चुनाव के नतीजे आने के बाद चर्चा थी कि विधानसभा में अपनी पार्टी को अब तक की सबसे ज्यादा सीटें दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले देवेंद्र फडणवीस सोमवार को ही शपथ ले लेंगे, लेकिन महायुति नेताओं के बीच अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर आम सहमति नहीं बन पाने के कारण ऐसा नहीं हो सका. ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि सोमवार को दिल्ली पहुंचे फडणवीस, शिंदे और अजित पवार राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं, ताकि मुख्यमंत्री पद पर गतिरोध को दूर किया जा सके.

शिवसेना ने की बिहार मॉडल की बात

Advertisement

शिवसेना प्रवक्ता नरेश म्हास्के ने बिहार मॉडल का हवाला देते हुए कहा कि शिंदे को मुख्यमंत्री के रूप में बने रहना चाहिए. म्हास्के ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि हमारा मानना ​​है कि शिंदे को मुख्यमंत्री होना चाहिए, ठीक वैसे ही जैसे बिहार में भाजपा ने संख्या पर ध्यान नहीं दिया और फिर भी जेडीयू नेता नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना दिया. हालांकि महायुति (महाराष्ट्र में) के वरिष्ठ नेता अंततः निर्णय लेंगे.

फडणवीस को लेकर भी मजबूत दावेदारी

भाजपा एमएलसी प्रवीण दारकेकर ने कहा कि फडणवीस राज्य का नेतृत्व करने के लिए सबसे सक्षम उम्मीदवार हैं. फडणवीस के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने की चर्चा के बीच, कुछ शिवसेना नेताओं ने कहा कि शिंदे को पद पर बने रहना चाहिए, क्योंकि सीएम के रूप में शानदार जीत उनके नेतृत्व में मिली थी. बता दें कि देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा ने महाराष्ट्र में अब तक की सर्वाधिक 132 सीटें जीतीं, जबकि शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 सीटें और एनसीपी ने 41 सीटें जीती हैं.

'महायुति के नेता करेंगे आखिरी फैसला'

पीटीआई के मुताबिक अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी, देवेंद्र फडणवीस को सीएम बनाने के लिए तैयार है, सूत्रों ने कहा कि इस बात की कोई संभावना नहीं है कि भाजपा शिंदे को सीएम पद पर फिर से मौका देने के लिए सहमत हो, क्योंकि फडणवीस को उनका हक नहीं देने से पार्टी कैडर का मनोबल गिर सकता है. हालांकि फडणवीस ने शनिवार को सीएम पद को लेकर किसी भी विवाद से इनकार करते हुए कहा कि महायुति के नेता इस मुद्दे पर फैसला करेंगे.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement