महाराष्ट्र सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए राज्य के पीड़ितों के परिवारों के लिए 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की है. मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक के दौरान यह घोषणा की गई, जहां मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पीड़ितों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी. वित्तीय सहायता के अलावा, सरकार प्रभावित परिवारों की शिक्षा और रोजगार की जरूरतों पर भी ध्यान देगी.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कैबिनेट मीटिंग के दौरान आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ित संतोष जगदाले की बेटी को सरकारी नौकरी दी जाएगी. यह कदम उन चर्चाओं के बाद उठाया गया है जिसमें सरकार ने पहले पीड़ित की बेटी को नौकरी देने की बात कही थी; अब मुख्यमंत्री के विशेष अधिकार के जरिए यह फ़ैसला किया गया है. इससे पहले, जम्मू-कश्मीर सरकार ने भी मृतक पीड़ितों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों के लिए 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की थी.
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गत 22 अप्रैल को पहलगाम के लोकप्रिय बैसरन घाटी मैदान में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया था, जिसमें देश भर से 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे. मृतकों में 6 महाराष्ट्र के रहने वाले थे, जिनमें- पुणे की कस्तुबा गणवोते, संतोष जगदाले, मुंबई के पनवेल निवासी दिलीप दसाली, ठाणे निवासी संजय लक्ष्मण लाली और डोम्बली वेस्ट निवासी हेमंत जोशी, अतुल मोने और संजय लेले शामिल थे.
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इस हमले को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने दो स्थानीय आतंकियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था. भारत सरकार ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया, पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कम कर दिया और अटारी चेकपोस्ट को बंद कर दिया. साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों के लिए 12 कैटेगरी में जारी वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए. पीएम मोदी ने इस हमले में शामिल आतंकियों और उनके आकाओं को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा देने का आश्वासन देशवासियों को दिया है.