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'कर्मचारियों के सैलरी पेमेंट के लिए राज्य सरकार को उधार लेना पड़ा...', महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का बयान

महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने सोमवार को दावा किया कि वित्तीय संकट के कारण राज्य सरकार को कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने के लिए उधार लेना पड़ा है. पटोले ने मीडिया से कहा, 'वित्तीय संकट के कारण सरकार को कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने के लिए उधार लेना पड़ा है. राज्य को (चुनावों में) बचाना लोगों पर निर्भर है.'

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महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले

महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने सोमवार को दावा किया कि वित्तीय संकट के कारण राज्य सरकार को कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने के लिए उधार लेना पड़ा है. विपक्ष महायुति सरकार पर वित्तीय नियमों का उल्लंघन करके महिलाओं के लिए मासिक नकद पैसे ट्रांसफर योजना के कार्यान्वयन सहित कल्याणकारी योजनाओं के लिए वित्तीय अविवेक और धन खर्च करने का आरोप लगा रहा है.

पटोले ने मीडिया से कहा, 'वित्तीय संकट के कारण सरकार को कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने के लिए उधार लेना पड़ा है. राज्य को (चुनावों में) बचाना लोगों पर निर्भर है.' उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे की बातचीत सुचारू रूप से आगे बढ़ रही है. पटोले ने आरोप लगाया कि सरकार शिवाजी महाराज के सिद्धांतों के खिलाफ काम कर रही है.

उन्होंने कहा, 'देश में बदलाव का माहौल है. सत्य की हमेशा जीत होती है. हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव परिणाम अच्छे होंगे. महाराष्ट्र (चुनावों में) बेहतर प्रदर्शन करेगा.' महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नवंबर में होने की संभावना है.

चुनाव आयोग के मुताबिक, महाराष्ट्र में 26 नवंबर से पहले चुनाव कराना होगा, क्योंकि नवंबर में महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है. बीते दिनों मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि हमने पिछले दो दिनों में राष्ट्रीय और राज्य स्तर के सभी राजनीतिक दलों से मुलाकात की. हम सभी कानून प्रवर्तन अधिकारियों संग बैठक की. हमने उन्हें कई निर्देश दिए हैं.

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हफ्ते के बीच में होगा मतदान: चुनाव आयोग
पिछले दिनों महाराष्ट्र दौरे पर गए मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि हम बीएसपी, आप, एनसीपी, एनसीपी (एसपी), एनसीपी, शिवसेना, यूबीटी सेना, एमएनएस, बीजेपी, कांग्रेस, कुल 11 पार्टियों से मिले. उन्होंने हमें दिवाली, छठ पूजा और अन्य त्योहारों को ध्यान में रखकर कार्यक्रम बनाने की सलाह दी. राजनीतिक दलों ने हफ्ते के बीच में मतदान करने की भी मांग की. बूथ पर फोन रखने की सुविधा हो. उन्होंने यह भी कहा कि मतदान केंद्र पर मोबाइल फोन लाने से असुविधा हो रही है. ट्रांसफर पोस्टिंग की जाए. साथ ही वरिष्ठ नागरिकों के लिए परिवहन उपलब्ध कराया जाना चाहिए. बूथ पर पोलिंग एजेंट स्थानीय व्यक्ति ही होना चाहिए, क्योंकि उन्हें सबके बारे में जानकारी होती है. फेक न्यूज पर नजर रखनी चाहिए.

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