महाराष्ट्र में शह और मात का खेल जारी है. एक तरफ शिंदे कैंप मजबूत होता जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ डिप्टी स्पीकर ने उद्धव कैंप को बड़ी राहत और ताकत दी है. महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल (Narahari Jirwal) ने उद्धव कैंप के अजय चौधरी को विधायक दल के नेता के रूप में मान्यता दे दी है. इसके अलावा सुरेश प्रभु को चीफ व्हिप चुना गया है. बता दें कि डिप्टी स्पीकर नरहरि एनसीपी से विधायक हैं.
डिप्टी स्पीकर का यह फैसला शिंदे कैंप के लिए झटके जैसा है. दरअसल, एकनाथ शिंदे की तरफ से भी डिप्टी सीएम को पत्र लिखा गया था. इसमें कहा गया था कि संख्याबल के हिसाब से वे लोग मजबूत हैं और वह खुद विधायक दल के नेता हैं. लेकिन अब डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल ने शिंदे की बात को दरकिनार कर दिया है.
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इस बीच बागी विधायक डिप्टी स्पीकर के खिलाफ आवाज भी उठा रहे हैं. बागी विधायक दीपक केसरकर ने कहा है कि डिप्टी स्पीकर को निष्पक्ष व्यवहार करना चाहिए. इसके अलावा दो निर्दलीय विधायकों ने डिप्टी स्पीकर को हटाने की मांग भी उठाई है.
डिप्टी स्पीकर को सौंपी गई है अर्जी
इससे पहले शिवसेना ने 12 बागी विधायकों को अयोग्य करार देने की अर्जी डिप्टी स्पीकर को सौंपी थी. इसपर शिंदे की प्रतिक्रिया भी आई थी. उन्होंने कहा था कि ऐसी याचिका उद्धव की तरफ से दायर नहीं की जा सकती क्योंकि उनके पास विधायकों का समर्थन ही नहीं है. ऐसे में जारी नोटिस, व्हिप सबको अवैध करार दिया गया था.
शिंदे बोले कि उद्धव अल्पमत हैं, वह सिर्फ गुवाहाटी विधायकों को डराने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वे लोग डरेंगे नहीं. बता दें कि शिंदे खेमा लगातार मजबूत होता जा रहा है. दिलीप लांडे के गुवाहाटी पहुंचने से बागी शिवसेना विधायकों की संख्या 38 पहुंच गई है. इसके अलावा कई निर्दलीय विधायक भी गुवाहाटी में उनके साथ हैं.