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'मुख्यमंत्री जी हमारी आंखें, किडनी खरीद लीजिए और...', किसानों का सीएम शिंदे को लेटर

किसानों का कहना है कि अधिकारी क्रॉप लोन भरने के लिए मजबूर कर रहे हैं. पैसे न होने के कारण 10 किसानों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ज्ञापन भेजा है. इसमें लिखा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जी, इस साल बारिश नहीं होने के कारण फसलें बर्बाद हो गई हैं. बोआई के लिए हमने बैंक और साहूकारों सें कर्ज लिया था.

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महाराष्ट्र के किसानों का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र.
महाराष्ट्र के किसानों का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र.

महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में सूखे के कारण फसलें बर्बाद हो गई हैं. सोयाबीन और कपास की फसल का मार्केट में भाव नहीं मिल रहा है. उधर, बैंक और साहूकारों के कर्ज से भी किसान परेशान हैं. फसल बीमा का मुआवजा भी नहीं मिला है. इसको लेकर किसानों में आक्रोश है.

इस बाबत सेंनगांव तालुका के 10 किसानों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को देकर कहा है, 'मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदेजी हमारी आंखें, किडनी खरीद लीजिए और कर्ज चुकाने में हमारी मदद कीजिए. बताते चलें कि इस साल महाराष्ट्र में बारिश कम होने के कारण सोयाबीन, कपास व अन्य फसलों का काफी नुकसान हुआ है.

किसानों का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ज्ञापन

उनका कहना है कि अधिकारी क्रॉप लोन भरने के लिए मजबूर कर रहे हैं. पैसे न होने के कारण 10 किसानों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ज्ञापन भेजा है. इसमें लिखा है, 'मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जी, इस साल बारिश नहीं होने के कारण फसलें बर्बाद हो गई हैं. बोआई के लिए हमने बैंक और साहूकारों सें कर्ज लिया था'.

'किडनी खरीदरकर कर्ज चुकाने में मदद करें'

'सोचा था कि जब फसल बेंचेंगे तब वापस करेंगे. मगर, सोयाबीन और कपास की फसल का भाव नहीं मिल रहा. आस थी कि सरकार मदद करेंगी. मगर, मदद नहीं मिली. अब हम कर्ज नहीं चुका पा रहे हैं. आप आइए हमारी आंखें, किडनी खरीदरकर कर्ज चुकाने में मदद करें'. 

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इन किसानों में अर्चना बाई कावरखे, नामदेव पतंगे, गजानन कवरखे आदि शामिल हैं. इनका कहना है, अगर सरकार ने जल्द कोई कदम नहीं उठाया तो हम मुंबई मंत्रालय जाकर आंदोलन करंगे. 

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रिपोर्ट- दानेश्वर ऊदल.
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