महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले के वैजापुर तालुका के शिऊर गांव में एक ढोंगी बाबा का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. संजय रंगनाथ पगार उर्फ 'भोंदू बाबा' नामक यह तथाकथित बाबा भूत-प्रेत भगाने और चमत्कार करने के नाम पर लोगों के साथ अमानवीय और अपमानजनक कृत्य करता था. वह लोगों को डंडे से पीटता, जूता मुंह में पकड़वाता और यहां तक कि पेशाब पिलाता था.
दरअसल, यह मामला तब सामने आया जब इस बाबा की काली करतूतों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो में दिख रहा है कि बाबा 17 जुलाई को शिऊर के बिरोबा मंदिर परिसर में एक युवक को रंग डालते हुए ढोलकी बजा रहा है और ‘अलख निरंजन’ के मंत्र बोल रहा है. उसके बाद वह युवक की नाक पर जूता मारता है, गर्दन पर पैर रखता है और पेट पर छड़ी से धमकाता है.
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बाबा पर महिलाओं को अनुचित रूप से छूने का भी आरोप है. घटना की जानकारी मिलते ही अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति सक्रिय हुई और शिऊर पुलिस थाने में बाबा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई. छत्रपति संभाजीनगर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विनायक राठौड़ ने बताया कि बाबा के खिलाफ वैजापुर निवासी किशोर शांताराम आघाडे (40 वर्ष) ने लिखित शिकायत दी थी.
पुलिस ने लोगों से की ये अपील
इसके आधार पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. शिकायत दर्ज होते ही बाबा संजय पगार अपने अनुयायियों सहित फरार हो गया. शिऊर पुलिस ने दो टीमें गठित कर बाबा की तलाश शुरू कर दी है और जांच अधिकारी थोरात इस मामले को देख रहे हैं. पुलिस ने साफ चेतावनी दी है कि अंधश्रद्धा और ढोंग फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और आम जनता से अपील की गई है कि वे ऐसे किसी भी झांसे में न आएं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें.