मुंबई महानगर पालिका चुनाव को लेकर कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखा है. उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि मुंबई महानगर पालिका की वॉर्ड पुनर्रचना और लॉटरी से बंटे वॉर्ड को तुरंत खारिज किया जाए.
मिलिंद देवड़ा का आरोप है कि गठबंधन के धर्म का पालन ना करते हुए शिवसेना ने अपने स्वार्थ के लिए कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाने की पूरी कोशिश की है. मुंबईकरों को फ्री और फेयर चुनाव का मौका मिलना उनका अधिकार है. वॉर्ड को बांटे जाने के खिलाफ फरवरी 2022 में करीब 800 पत्र मिले, लेकिन राज्य सरकार ने इस पर कोई कारवाई नहीं की.
2017 में बीएमसी चुनावों में कांग्रेस ने जिन 30 वॉर्ड में जीत हासिल की, उसमें से 20 वॉर्ड को पुनर्गठन गलत तरीके से किया गया है. इसमें बीएमसी के विपक्षी नेता रवि राजा का वॉर्ड भी शामिल है.
My letter to @mieknathshinde ji & @Dev_Fadnavis ji urging them to nullify @mybmc’s recently concluded ward-wise delimitation & reservation.
Mumbai’s wards were gerrymandered in violation of MVA’s coalition Dharma to benefit @ShivSena.
Mumbaikars deserve free & fair elections. pic.twitter.com/1ozXCvjNjg— Milind Deora | मिलिंद देवरा ☮️ (@milinddeora) July 13, 2022
साथ ही महिला और पुरुष आरक्षित वॉर्ड का ऐसा परिसीमन किया गया, जिसमे कांग्रेस के 30 में से 21 वॉर्ड महिला आरक्षित हो गए. इस पुनर्गठन में कोई पारदर्शिता नहीं थी और इसीलिए कांग्रेस इस वॉर्ड पुनर्गठन को कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी में है. देवड़ा ने आरोप लगाया कि पहले हुआ वॉर्डों का पुनर्गठन किसी एक ही पार्टी को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है.
देवड़ा ने कहा कि वॉर्डों की संख्या 227 से बढ़ाकर 236 करने के लिए पहले एक नई जनसंख्या जनगणना की जानी चाहिए. हालांकि, बीएमसी का परिसीमन और सीमांकन अभ्यास 2011 की जनगणना की अनदेखी करते हुए किया गया था. उन्होंने कहा कि एक स्वतंत्र समिति द्वारा इस प्रक्रिया को निष्पक्षता से किया जाना चाहिए ना कि एमसीजीएम के प्रशासक द्वारा.