महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में बाघ के हमले गंभीर समस्या बन चुके हैं. बीते एक महीने में 12 लोगों की जान बाघ के हमले में गई है. इस साल 2025 में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे ताजा हमला मूल तहसील के बाबा आमटे के सोमनाथ प्रोजेक्ट में हुआ, जहां 60 वर्षीय जयदेव करनेकर की बाघ ने हत्या कर दी.
जयदेव आम तोड़ने जंगल में गए थे तभी बाघ ने हमला किया. रातभर खोजबीन के बाद उनका शव जंगल के कक्ष 792 में मिला. बाघ ने शव के कई हिस्से खा लिए थे. इसी तहसील में 10 मई से अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है. इन हमलों में महिलाएं और तेंदूपत्ता तोड़ने वाले मजदूर अधिक प्रभावित हुए हैं.
चंद्रपुर जिले में बाघ के हमले से परेशान ग्रामीण
10 मई को मेंढा-माल गांव में एक ही दिन में तीन महिलाओं की मौत हुई थी. 18 मई को तेंदूपत्ता तोड़ते समय दो पुरुषों की जान गई. 22 मई और 27 मई को भी हमले हुए, जिसमें एक महिला समेत तीन की मौत हुई. ताडोबा टाइगर रिजर्व से सटे इन गांवों में बाघ और मानव का संघर्ष बढ़ता जा रहा है.
बीते एक महीने में 12 लोगों की जान गई
वन विभाग ने अब तक दो बाघों को पकड़ लिया है. AI कैमरे लगाने की तैयारी है. एक आधुनिक कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है जिससे बाघ की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके.