उमेश कोल्हे ने Black Freedom नाम से बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप पर नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट डाली थी. इसके बाद यूसुफ खान ने इसे Rahbariya नाम से बने व्हाट्सएप ग्रुप के अलावा अन्य ग्रुप्स और पर्सनल चैट पर वायरल किया. तभी यूसुफ खान समेत सभी आरोपियों ने उमेश कोल्हे की हत्या की साजिश रची.
19 जून को आतिब, शोएब, इरफान शेख ने मीटिंग की. यह तय किया गया कि अगले दिन यानी 20 जून को कोल्हे की हत्या की जाएगी. शोएब को धारदार चाकू खरीदने का काम दिया गया. उसने अपने दोस्त से 300 रुपए में चाकू खरीदा.
उमेश को 20 जून को मारने का प्लान था. सभी आरोपी तय जगह पर घंटों इंतजार करते रहे. लेकिन उमेश दूसरे रास्ते से घर चला गया. ऐसे में आरोपियों का प्लान बर्बाद हो गया. 21 जून को सात में से तीन आरोपी उमेश कोल्हे की दुकान के पास खड़े थे और चार आरोपियों को घटना को अंजाम देने उमेश के बारे में हर मिनट की जानकारी दे रहे थे.
जब 21 जून को उमेश दुकान से निकले तो इसकी जानकारी शोएब को दी गई. शोएब ने चाकू से उमेश पर हमला किया. शोएब के साथ एक आरोपी और मौजूद था. जबकि तीसरा आरोपी बाइक लेकर खड़ा था. तीनों आरोपी हत्या को अंजाम देकर फरार हो गए. इसके बाद बाइक जंगल में छिपा दी गई. इरफान शेख नागपुर चला गया. हालांकि, बाद में वह गिरफ्तार हो गया.
7 आरोपी हुए गिरफ्तार
उमेश कोल्हे की हत्या 21 जून को अमरावती के घंटाघर के श्याम चौक इलाके में हुई थी. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने कोल्हे की गर्दन पर चाकू से वार किया था. हमले के वक्त उमेश बाइक से अपने घर लौट रहे थे. पुलिस ने अब तक 7 आरोपियों इरफान खान, मुदस्सर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफीक, शोएब खान, आतिब रशीद और यूसुफ खान को गिरफ्तार किया है. वहीं, 8वां आरोपी शमीम अभी भी फरार है, उसने कोर्ट से अग्रिम जमानत की मांग की है.