महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने जाति जनगणना के मामले पर कहा कि मुझे लगता है कि एक बार जाति जनगणना होनी चाहिए. इसे आम जनगणना के साथ ही कराया जाना चाहिए, क्योंकि इससे हमें आदिवासियों, SC, OBC, अल्पसंख्यकों और समाज के अन्य वर्गों की सही जनसंख्या का पता चल जाएगा. इसे इसलिए कराया जाना चाहिए, क्योंकि हर वर्ग अपने लिए नीतियां (आरक्षण) मांगता है, इसलिए सटीक आंकड़े मिलने से सरकार को नीतियां बनाते समय भी मदद मिलेगी.
इसके साथ ही अजित पवार ने मराठा आरक्षण के मुद्दे पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक की वकालत की. अजित पवार ने कहा कि विपक्षी दलों की उपेक्षा नहीं की जा सकती, क्योंकि वे भी लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ओबीसी वर्ग के लिए कोटा चाहते हैं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कोटा मुद्दे पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, लेकिन विपक्ष ने बैठक से दूरी बनाए रखी. अजित पवार ने कहा कि मुझे नहीं पता कि बहिष्कार जानबूझकर किया गया था या नहीं. उनसे (विपक्ष से) फिर से समय मांगने का फैसला किया गया है.
पीटीआई के मुताबिक लड़की बहन योजना की सराहना करते हुए अजित पवार ने कहा कि योजना को 17 अगस्त को बालेवाड़ी में लॉन्च किया जाएगा, इस कार्यक्रम में सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस शामिल होंगे. इस योजना के तहत 2.5 लाख रुपये से कम वार्षिक पारिवारिक आय होने पर महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह सहायता मिलेगी.
वहीं, पुणे में डिप्टी सीएम अजित पवार के आवास पर देर रात जीजाई बंगले में एनसीपी नेताओं की अहम बैठक हुई. इसमें अजित पवार के साथ वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, छगन भुजबल, नवाब मलिक और शिवाजी गरजे मौजूद रहे. बैठक में महाराष्ट्र से 2 राज्यसभा सीटों और 4 एमएलसी सीटों पर चर्चा हुई. साथ ही विधानसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे पर भी आज रात चर्चा होगी.