मध्य प्रदेश के सीधी में हुए बस हादसे में 51 मौतों के बाद सरकार नींद से जागी है और अब राज्य के परिवहन मंत्री ने ऐलान किया है कि अगले सात दिन तक राज्य में बसों की चेकिंग का विशेष अभियान चलाया जाएगा. वहीं, हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़े तेवर दिखाते हुए सीधी RTO को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है.
दरअसल, मृतकों के परिजनों से मुलाकात के बाद अधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी RTO को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया. इसके अलावा MPRDC के अधिकारी जिनकी जिम्मेदारी रोड मेंटेनेंस की थी उन्हें भी तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया गया है. इसमें MPRDC के डिविजनल मैनेजर, AGM और मैनेजर तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किए गए हैं.
हफ्ते भर चलेगी चेकिंगः परिवहन मंत्री
वहीं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि अगले 7 दिन तक विशेष अभियान चलाकर पूरे मध्य प्रदेश में बसों की चेकिंग की जाएगी. इस अभियान के तहत संचालित यात्री वाहनों के परमिट की वैधता, बसों के फिटनेस प्रमाण-पत्र, परमिट से अलग-अलग रूट पर चलने वाले यात्री वाहन, क्षमता से ज्यादा सवारी ले जाने वाले वाहन, भोपाल और इंदौर जैसे बड़े शहरों में चलने वाली यात्री बसों की छतों पर सामान ले जाने, बीमा और टैक्स संबंधी दस्तावेजों की जांच की जाएगी. इनमें से कोई भी कमी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
परिवहन मंत्री राजपूत ने कहा कि जरूरत पड़ने पर वो खुद भी सड़क पर उतर कर बसों का औचक निरीक्षण करेंगे. इस दौरान यदि किसी भी प्रकार की कमी पाई गई तो बस मालिक के साथ साथ संबंधित परिवहन अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
कल हुआ था हादसा
सीधी में कल मंगलवार सुबह हुए हादसे के बाद लंबे समय तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद आज बुधवार सुबह फिर से ऑपरेशन शुरू हुआ. नहर के किनारे एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम लाशों की तलाश में जुटी रहीं. हादसे में 51 लोग मारे गए.
50 से अधिक यात्रियों से भरी बस सीधी जिले से सतना जा रही थी. बताया जा रहा है कि रास्ते पर जब सामने से बोलेरो गाड़ी आ रही थी तब बस ड्राइवर ने उसे साइड देने की कोशिश की और उसी दौरान बस का संतुलन बिगड़ गया और बस नहर में गिर गई. बस में नर्सिंग की परीक्षा देने छात्र सीधी से सतना जा रहे थे.