एक पिता अपनी बेटी को हर हाल में खुश रखना चाहता है, बेटी की इस खुशी के लिए उसे चाहे सजा ही क्यों न भुगतनी पड़ जाए.
मध्य प्रदेश के धार जिले में भी ऐसा ही कुछ हुआ. एक पिता ने बेटी को दहेज में तेंदुए का नाखून देने की ठानी और जब उसने तेंदुए का शिकार किया तो पकड़ा गया.
ॉधार जिले में पिछले दिनों हुआ एक तेंदुए का शिकार वन विभाग व पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था. क्योंकि एक बछड़े के जरिए लुभाकर तेंदुए का शिकार किया गया था, जांच में पता चला कि बछड़े को जहर दिया गया था, और जब इस बछड़े का तेंदुए ने शिकार किया तो वह मर गया. इसके बाद तेंदुए के नाखून के साथ खाल व शरीर के कुछ अंग गायब पाए गए. इसी के चलते वन विभाग ने शिकारियों की तलाश की.
तेंदुए का शव शिकारपुरा व गुघलीकापासपुरा के बीच मिलने के बाद वन विभाग ने शिकारियों की तलाश के लिए अभियान चलाया और वह उन तक पहुंची.
वन विभाग के अधिकारी भगवती पवार ने बताया है कि तेंदुए के शिकार में तीन लोग शामिल थे. इनमें से दो आरोपियों का पकड़ा गया है. इतना ही नहीं तेंदुए के अंग भी आरोपियों के बताए गए स्थान से बरामद कर लिए गए हैं.
तेंदुए के शिकार के आरोप में पकड़े गए जनजातीय वर्ग के नागरिया और तौलिया ने वन विभाग के सामने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. तौलिया ने बताया है कि उसकी बेटी की शादी है और वह उसके ससुराल वालों को दहेज में तेंदुए का नाखून देना चाहता था. इसी लिए उसने तेंदुए का शिकार किया है, वह शिकारी नहीं है.
जनजातीय वर्ग में जंगली जानवरों के अंग बेटी की शादी में दहेज के तौर पर देने की परंपरा है. इसी के चलते तौलिया ने भी बेटी को तेंदुए के नाखून देने की योजना बनाई, मगर उसकी यह योजना धरी की धरी रह गई. वह बेटी की शादी में तेंदुए के नाखून तो नहीं दे पाएगा, वह सलाखों के पीछे जरूर पहुंच गया है.