रोजगार के संकट और महंगाई की चुनौती के बीच आम जनता भ्रष्टाचार से परेशान है. लेकिन इन परेशानियों से इतर मध्य प्रदेश की बहुजन समाज पार्टी (BSP) की विधायक राम बाई सिंह (MLA Ram Bai Singh) का कहना है कि आटे में नमक बराबर रिश्वत चल सकती है, अगर कोई 1000 रुपये तक रिश्वत लेता है तो कोई बुराई नहीं है लेकिन इससे ज्यादा ठीक नहीं है.
दरअसल, मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जिले दमोह में बसपा की चर्चित विधायक राम बाई सिंह के पास सतऊआ गांव के कुछ लोग अधिकारियों की शिकायत लेकर पहुंचे थे. आरोप था कि पीएम आवास योजना के नाम पर सहायक, सचिव हज़ारों रुपये वसूल रहे थे. इसी के बाद विधायक ने गांव में पहुंचकर जन चौपाल लगाई, जिसमें गांव वालों ने अधिकारियों के सामने ही उनकी शिकायत की.
शिवराज जी चुनावी क्षेत्र में रोज कह रहे है कि ना खाऊँगा और ना खाने दूँगा और वही गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को राखी बांधने वाली बसपा विधायक राम बाई रिश्वत खोरी को लेकर खुलेआम कह रही है कि “ हम भी जानत है कि अंधेर नगरी चौपट राजा चल रहा है “ …..? pic.twitter.com/PVjgvvq9u6
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) September 27, 2021
सवा लाख के घर में 10 हजार रिश्वत गलत
गांव वालों का आरोप था कि अधिकारियों द्वारा 5 से 10 हज़ार रुपये तक रिश्वत ली जाती है. इसी के बाद विधायक राम बाई ने कहा कि थोड़ा-बहुत तो चलता है, लेकिन किसी गरीब से हज़ारों रुपये नहीं लेने चाहिए. अगर एक हज़ार रुपये भी लेते हैं, तो कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन सवा लाख के घर में 5-10 हजार की रिश्वत लेना गलत है.
इस दौरान विधायक ने रोजगार सहायक से कहा कि यदि तुम्हारी बात की जाए तो तुम्हारे घर में 1 लाख रुपए का बाथरूम बना होगा और यहां गरीब सवा लाख में अपना पूरा घर बना रहे हैं. इसके बाद भी यदि आप उनसे 5 से 10 हजार लेंगे तो शर्म आनी चाहिए. विधायक की ओर से कहा गया कि कुछ गलती ग्रामीणों की भी होती है.
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के दमोह जिले के पथरिया से विधायक राम बाई अक्सर अपने बयानों के कारण चर्चा में रहती हैं. उनके पति बीते दिनों फरार भी चल रहे थे, जिन पर हत्या का आरोप लगा था.
बसपा विधायक के इस बयान पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने भी तंज कसा, पार्टी के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने बसपा विधायक के बयान का वीडियो ट्वीट करते हुए बसपा के साथ भाजपा को भी घेरा.