मध्य प्रदेश पीएससी के प्रश्नपत्र में भील जनजाति को शराबी और अपराधी बताए जाने पर हुए विवाद के बाद सोमवार शाम को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं.
सोमवार शाम को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए बताया, 'मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 12 जनवरी 2020 को आयोजित मध्य प्रदेश राज्य सेवा परीक्षा 2019 के प्रारंभिक परीक्षा में भील जनजाति के संबंध में पूछे गए प्रश्नों को लेकर मुझे काफी शिकायतें प्राप्त हुई हैं. इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं'.
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 12 जनवरी 2020 को आयोजित मध्यप्रदेश राज्य सेवा परीक्षा 2019 के प्रारंभिक परीक्षा में भील जनजाति के संबंध में पूछे गए प्रश्नों को लेकर मुझे काफ़ी शिकायतें प्राप्त हुई है।
इसकी जाँच के आदेश दे दिये गये है।
1/3
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) January 13, 2020
ये भी पढ़ें- MPPSC पेपर विवाद: कांग्रेस ने BJP शासन में नियुक्त अफसरों को ठहाराया जिम्मेदार
इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दो ट्वीट और किए और लिखा, 'इस निंदनीय कार्य के लिए निश्चित तौर पर दोषियों को दंड मिलना चाहिए, उन पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए ताकि इस तरह की पुनरावृति भविष्य में दोबारा ना हो. मैंने जीवन भर आदिवासी समुदाय, भील जनजाति व इस समुदाय की सभी जनजातियों का बेहद सम्मान किया है, आदर किया है.'
सीएम कमलनाथ का ट्वीट
अगले ट्वीट पर उन्होंने लिखा, मैंने इस वर्ग के उत्थान व हित के लिए जीवन पर्यन्त कई कार्य किए हैं. मेरा इस वर्ग से शुरू से जुड़ाव रहा है. मेरी सरकार भी इस वर्ग के उत्थान व भलाई के लिए वचनबद्ध होकर निरंतर कार्य कर रही है.'
बता दें कि रविवार को MPPSC के प्रश्नपत्र में भील जनजाति पर विवादित गद्यांश के बाद मध्य प्रदेश में सियासी पारा चढ़ गया था. इसके बाद बीजेपी ने तो कमलनाथ सरकार को जमकर घेरा था ही लेकिन कांग्रेस नेताओं ने भी इसपर कड़ी आपत्ति जताई और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी.