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मध्य प्रदेशः गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान लापरवाही, इंदौर नगर निगम के 9 कर्मचारी बर्खास्त, FIR

इंदौरइंदौर की नगर आयुक्त प्रतिभा पाल ने सात मस्टर कर्मचारियों और दो जिम्मेदार सुपरवाइजर को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. वहीं, इस मामले में अब निगम ने नौ कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर भी करवा दी है.

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निगम कर्मचारियों के खिलाफ हुई एफआईआर (प्रतीकात्मक तस्वीर)
निगम कर्मचारियों के खिलाफ हुई एफआईआर (प्रतीकात्मक तस्वीर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नगर आयुक्त ने नौ कर्मचारियों पर दर्ज कराई FIR
  • वायरल हो रहा था प्रतिमाएं फेंकने का वीडियो

मिनी मुंबई कहे जाने वाले मध्य प्रदेश के इंदौर में अनंत चतुर्दशी के दिन विसर्जन के दौरान गणेश प्रतिमाओं को फेंकने के वीडियो वायरल हुए थे. इसे लेकर इंदौर नगर निगम ने कड़ा रुख अपनाया है. इंदौर की नगर आयुक्त प्रतिभा पाल ने सात मस्टर कर्मचारियों और दो जिम्मेदार सुपरवाइजर को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. वहीं, इस मामले में अब निगम ने नौ कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर भी करवा दी है.

दरअसल, इंदौर की जवाहर टेकरी पर पीओपी से निर्मित गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन से जुड़े वीडियो वायरल होने के बाद निगम प्रशासन एक्टिव मोड में आया. वायरल वीडियो में लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले सात मस्टरकर्मियों, दो जिम्मेदार सुपरवाइजर की सेवा समाप्त करने के साथ ही निगम ने इनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करा दी है. वहीं, नगर निगम के जोनल अधिकारी को भी निलंबित कर दिया गया है.

आरोप है कि इंदौर में कई साल से आस्था के साथ निगम के कर्मचारी इसी तरह से खिलवाड़ किया जा रहा है. लापरवाही का आलम ये है कि हर साल नगर निगम के कर्मचारी इसी तरह से लापरवाही करते हैं लेकिन सोशल पर वीडियो वायरल होने और कांग्रेस की ओर से आस्था पर कुठाराघात को लेकर लगातार विरोध-प्रदर्शन किए जा रहे हैं. अब नगर निगम प्रशासन को अपने ही कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ करने और एफआईआर कराने पर मजबूर होना पड़ा है.

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ये है पूरा मामला

जवाहर टेकरी पर जोन 13, 15 और 16 के माध्यम से गणेश प्रतिमाएं एकत्रित कर उनके विसर्जन की व्यवस्था की गई थी. मिट्टी की गणेश प्रतिमाएं तो पर्यावरण हितैषी कुंड में विसर्जित कर दी गई थीं लेकिन पीओपी की प्रतिमाएं ट्रकों में भरकर जवाहर टेकरी ले जाकर विसर्जित की जानी थीं. जब विसर्जन की तस्वीरें सामने आईं तो हर कोई हैरान रह गया. निगम प्रशासन ने पूरे विधि विधान के साथ गणपति विसर्जन का वादा लोगों से किया था लेकिन मौके पर बप्पा के विसर्जन की बजाय उनकी प्रतिमा को फेंककर नष्ट किया जा रहा था.

वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया. जगह-जगह विरोध प्रदर्शन होने लगे. लोग निगम पर भड़क गए. आक्रोश बढ़ता देख नगर निगम प्रशासन हरकत में आया और जोन क्रमांक 13 के जोनल अधिकारी ब्रजमोहन भगोरिया को निलंबित कर दिया. विसर्जन के मामले से सीधे जुड़े सुपरवाइजर चंद्रशेखर यादव और अविनाश वानखेड़े, कार्यक्रम अधिकारी शैलेष पटौदी की भी सेवा समाप्ति के आदेश जारी कर दिए गए. निगम की कार्रवाई में 7 मस्टरकर्मियों सहित कुल 9 लोगों पर गाज गिरी है.

क्या बोली नगर आयुक्त

नगर आयुक्त प्रतिभा पाल ने बताया कि नगर निगम ने 2 सुपर वाइजर समेत कुल नौ कर्मचारियों के खिलाफ चंदननगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा कि जिस तरह से निगम कर्मचारियों ने आस्था को अपमानित करने का कार्य किया गया है, उससे ये साफ है निगम कर्मचारियों और अधिकारियों के सीने में दिल नहीं है. सांसद शंकर लालवानी ने जिलाधिकारी और नगर निगम के कमिश्नर को दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने के लिए कहा है.

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