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MP: पास कीजिए भगवान राम से जुड़ी ये परीक्षा, फ्री में कीजिए अयोध्या की हवाई यात्रा

मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में इस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. इस परीक्षा में अयोध्या कांड के अलग-अलग प्रसंगों पर प्रश्न पूछे जाएंगे. भगवान राम और उनके वनवास के समय जितने भी प्रसंग हुए हैं उनसे जुड़े 100 सवाल इस परीक्षा में पूछे जाएंगे.

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स्टोरी हाइलाइट्स
  • मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में होगी परीक्षा
  • परीक्षा में पूछे जाएंगे भगवान राम के जीवन से जुड़े 100 सवाल

मध्यप्रदेश में इन दिनों शिक्षा के साथ धर्म को जोड़ने का जैसे चलन बढ़ गया है. चिकित्सा शिक्षा में हेडगेवार, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और उच्च शिक्षा में रामचरितमानस और राम सेतु के पाठ के बाद अब मध्य प्रदेश के स्कूलों में भगवान राम के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं पर परीक्षा आयोजित होने जा रही है. तुलसी मानस प्रतिष्ठान और मध्य प्रदेश का संस्कृति विभाग दिसंबर में इस परीक्षा का आयोजन कराएगा. 

मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में इस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. इस परीक्षा में अयोध्या कांड के अलग-अलग प्रसंगों पर प्रश्न पूछे जाएंगे. भगवान राम और उनके वनवास के समय जितने भी प्रसंग हुए हैं उन से जुड़े 100 सवाल इस परीक्षा में पूछे जाएंगे. 

टॉपर को कराई जाएगी अयोध्या की सैर 

इस परीक्षा में सबसे अनोखी चीज है कि जीतने वाले को नगद इनाम नहीं दिया जाएगा. बल्कि उसे अयोध्या तक चार्टर्ड प्लेन के जरिए यात्रा करवाई जाएगी और अयोध्या में उन्हें रामलला के वीवीआईपी दर्शन करवाए जाएंगे. 

हर जिले से तीन लोगों को चुना जाएगा

तुलसी मानस प्रतिष्ठान के अध्यक्ष रघुनंदन शर्मा ने आज तक से बात करते हुए बताया कि इस परीक्षा में 100 प्रश्न रहेंगे. हर प्रश्न के चार विकल्प रहेंगे. परीक्षार्थी को सही जवाब पर निशान लगाना होगा. हर जिले से 3 विद्यार्थी और तीन सामान्य लोगों को चुना जाएगा. इसके बाद बारी बारी से अलग-अलग जिलों के विजेताओं को चार्टर्ड प्लेन के जरिए अयोध्या ले जाया जाएगा. अयोध्या में विजेताओं को रामलला के वीवीआईपी दर्शन करवाने के लिए बकायदा ट्रस्ट से बात कर ली गई है. 

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100 रुपए रखा जाएगा परीक्षा शुल्क

रघुनंदन शर्मा ने बताया कि तुलसी मानस प्रतिष्ठान ने प्रस्ताव बनाकर संस्कृति विभाग को भेज दिया है, जहां से जरूरी औपचारिकताओं के लिए शासन स्तर पर बातचीत भी शुरू हो गई है. इस परीक्षा के लिए दिसंबर के महीने का चयन इसलिए किया गया है क्योंकि तब तक स्कूलों में होने वाली अर्धवार्षिक परीक्षाएं भी हो जाएंगी और वार्षिक परीक्षाओं के लिए छात्रों के पास 2 से 3 महीने का समय भी रहेगा. इस बीच में वह आसानी से इस परीक्षा में भाग ले सकेंगे'. इस परीक्षा में भाग लेने के लिए हर किसी को ₹100 बतौर पंजीयन शुल्क जमा कराने होंगे. 

 

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