मध्यप्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री राघवजी की सेक्स सीडी कांड का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा कि बीजेपी के संगठन मंत्री अरविन्द मेनन का दो साल पुराना यौन शोषण का मामला फिर तूल पकड़ने लगा है.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया ने इस मामले में शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है और जांच की मांग की है. इस मामले में बीजेपी का कहना है कि महिला का एफिडेविट गलत पाया गया था. कांग्रेस ने सीबीआई जांच की मांग की है.
मध्यप्रदेश बीजेपी के संगठन मंत्री अरविन्द मेनन यौन शोषण के आरोपों के घेरे में हैं. फ़रवरी 2011 को एक महिला ने मानव अधिकार आयोग को शिकायत की थी की मेनन ने यौन शोषण किया है. इसके बाद आयोग ने जांच के लिए शिकायत भेज दी, लेकिन जो पता शिकायत में था वहां से कोई जवाब नहीं आया.
पुलिस ने बताया कि महिला का कोई पता नहीं है, ना ही वो पुलिस के सामने बयान दर्ज करवाने आई. कांग्रेस का आरोप है कि शिकायत के बाद से महिला गायब है और यदि शिकायत झूठी है तो पुलिस को महिला को पेश करना चाहिए.
कांग्रेस के नेता अजय सिंह ने कहा कि जिस महिला ने उनके खिलाफ शिकायत की, दो साल से मानवाधिकार में रिपोर्ट पेंडिंग है, चार या पांच बार एसपी जबलपुर का पत्र जा चुका है, बार-बार उत्तर नहीं आ रहा है, ऐसे में शक की सुई अरविंद मेनन पर जाती है. क्योंकि वो महिला ही नहीं मिल रही है, यदि महिला को पेश कर दिया जाए कि तो सच सामने आएगा. यदि ऐसा नहीं होता है तो सीबीआई की जांच होनी चाहिए.
चुनाव से पहले कांग्रेस के आरोप से बीजेपी भी मुश्किल में है. इस मामले में जांच की गयी तो मालूम पड़ा की इस वेंडर से स्टाम्प गया, उस महिला की मौत 20 जुलाई 2012 को हो चुकी है और पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा है. बीजेपी का कहना है कि मामले की जांच पुलिस ने पहले ही कर ली थी और पूरी शिकायत गलत पाई.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि उनकी जानकारी के अनुसार फ़रवरी 2011 में वो एफिडेविट आया था, उसकी जांच की गयी थी. वो गलत पाया गया था.