रांची में एक डिफेंस एक्सपो (ईस्ट टेक) का आयोजन हो रहा है, जिसका उद्देश्य झारखंड के एमएसएमई सेक्टर को रक्षा उत्पादन से जोड़ना और 'आत्मनिर्भर भारत' के लक्ष्य को आगे बढ़ाना है। इस कार्यक्रम में उन्नत 'मेड इन इंडिया' ड्रोन का प्रदर्शन किया गया। इनमें एक अटैकिंग ड्रोन है जो 1.5 किलो विस्फोटक के साथ 10 किलोमीटर दूर तक हमला कर सकता है, और दूसरा निगरानी ड्रोन है जो सार्वजनिक घोषणाएं भी कर सकता है। एक वक्ता के अनुसार, "लैंड माइंड को देखते हुए अगर वहाँ पर कोई हमारे सिक्योरिटी फोर्सस जाते हैं, लैंड माइंड का खतरा हमेशा बरकरार रहता है...उसके लिए हमने यह ड्रोन प्रोपोज़ किया है।" इन ड्रोन्स का उपयोग नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों को जोखिम से बचाने, हाथियों के झुंड पर नज़र रखकर मानव-पशु संघर्ष को कम करने और भीड़ को नियंत्रित करने जैसे कार्यों के लिए किया जाएगा।