आपने कई लोगों को इंटरप्रेन्योर बनते देखा होगा पर ये ऐसे लोग हैं जो न सुन सकते हैं और न बोल सकते हैं. लेकिन इनके दिल में कुछ बड़ा कर दिखाने की तमन्ना है. और गोनों अपने पांव पर खड़ा होना चाहते और जीवन में कुछ अच्छा करना चाहते हैं. जीवन में इतनी परेशानियों के बाद भी इन दोनों ने हार नहीं मानी और जीवन में एक सफल इंटरप्रेन्योर बननें की इच्छा को कायम रखा. ये दोनों अभी एक चाट का ठेला चलाते हैं और इसी चाट के ठेले से अपना घर भी संभालते हैं. देखें दो दिव्यांग इंटरप्रेन्योर्स के संघर्ष की कहानी.