झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अगर उन्हें आमंत्रित किया गया तो वह जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल होंगे. सोरेन ने कहा कि उन्हें अब तक कार्यक्रम के लिए कोई निमंत्रण नहीं मिला है.
यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी फिर से एनडीए का हिस्सा बनेगी, इस पर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि अगर इसी तरह और इस व्यवहार से राजनीति की जाएगी, तो वे खून-खराबा भी कर सकते हैं.
सीएम सोरेन इस सवाल का भी जवाब दिया कि वह ईडी की ओर से 6 बार समन जारी करने के बाद भी पेश क्यों नहीं हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं भगोड़ा नहीं हूं. साथ ही पूछा कि क्या मैंने विदेश में शरण ले रखी है? अगर नहीं, तो सभी को कानून के हिसाब से काम करना चाहिए. ईडी भी कानून से भी ऊपर नहीं है.
सीएम सोरेन ने राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार के 4 साल पूरे होने पर कहा कि मुझे अब तक राम मंदिर के उद्घाटन के लिए कोई निमंत्रण नहीं मिला है, लेकिन अगर मुझे यह मिलता है, तो मैं समारोह में शामिल होऊंगा. सोरेन ने कहा कि वह एक धार्मिक व्यक्ति हैं और मंदिरों और गुरुद्वारों जैसे धार्मिक स्थलों पर जाते हैं.
ईडी के समन पर सीएम ने कहा कि कोई भी सच्चाई छिपाए नहीं रख सकता. पूरा देश देख रहा है, मुझे कुछ नहीं कहना है. उन्होंने कहा कि सरकार ने 4 साल पूरे कर लिए हैं, लेकिन राज्य में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के सत्ता में आने के बाद से विपक्ष इसे अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हम आदिवासी हैं, लेकिन मूर्ख नहीं. हम जानते हैं कि विपक्ष से कैसे निपटना है. सोरेन हाल ही में कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए जारी प्रवर्तन निदेशालय के छठे समन के बाद भी पेश नहीं हुए थे.