झारखंड के लातेहार ज़िले में मंगलवार को 5 लाख रुपये के इनामी एक नक्सली ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. इस बात की जानकारी अधिकारियों ने एक न्यूज एजेंसी को दी. जिसके अनुसार लवकेश गंझू, सीपीआई (माओवादी) से अलग हुआ झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) का सब-ज़ोनल कमांडर था.
गंझू ने पलामू के महानिरीक्षक सुनील भास्कर, लातेहार के एसपी कुमार गौरव, सीआरपीएफ की 11वीं बटालियन के कमांडेंट यादराम बुनकर और एसएसबी कमांडेंट राजेश सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया. एसपी ने कहा कि गंझू पलामू संभाग के विभिन्न थानों में 50 मामलों में वांछित था.
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उन्होंने बताया कि वह बोकाखार जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल था. आईजी ने कहा कि सीआरपीएफ, एसएसबी और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के कारण नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मई में पुलिस के साथ मुठभेड़ में जेजेएमपी सुप्रीमो पप्पू लोहरा के मारे जाने के बाद गंझू संगठन का एकमात्र नेता बचा था.
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इससे पहले बीते दिनों छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 1.18 करोड़ रुपये के इनामी तीन दंपतियों समेत 23 कट्टर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया था. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में 11 वरिष्ठ कार्यकर्ता भी शामिल थे. जिनमें से ज़्यादातर पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन संख्या 1 में सक्रिय थे, जिसे माओवादियों का सबसे मज़बूत सैन्य दस्ता भी माना जाता है.