झारखंड (Jharkhand) की हेमंत सोरेन सरकार ने राज्य के 62000 पारा शिक्षकों (62000 Para Teachers) को बड़ा तोहफा दिया है. अब प्रदेश के सभी पारा शिक्षक सहायक अध्यापक के नाम से जानें जाएंगे. इसके साथ ही पारा शिक्षकों के मानदेय में भी वृद्धि होगी.
शिक्षक पात्रता परीक्षा पास पारा शिक्षकों के मानदेय में 50 फीसदी की वृद्धि होगी, वहीं सिर्फ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों के मानदेय में 40 फीसदी का इजाफा होगा. ऐसे में पहली से पांचवीं में पढ़ाने वाले प्रशिक्षित पारा शिक्षक (सहायक अध्यापक) को 4800 रुपये का मानदेय बढ़ने के बाद 1008 रुपये ईपीएफ के लिए अंशदान के रूप में देना होगा. वहीं, छठी से आठवीं के सिर्फ प्रशिक्षित पारा शिक्षकों को 1092 रुपये देने होंगे.
पारा शिक्षकों के अनुबंध को हर साल बढ़ाया जाता है. अब ये फर्क होगा कि 60 साल तक वे स्थायी रहेंगे. राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए नोटिफिकेशन में कहा गया है कि पहली से पांचवीं के टेट पास पारा शिक्षकों को 1260 रुपये और छठी से आठवीं के टेट पास पारा शिक्षकों को 1350 रुपये ईपीएफ में अंशदान के रूप में देने होंगे. इतनी ही राशि राज्य सरकार अपने मद से ईपीएफ में देगी. सेवाशर्त नियमावली में यह भी कहा गया है कि केंद्र द्वारा राशि नहीं देने पर पारा शिक्षकों को हटाया नहीं जाएगा और उनकी राशि का वहन राज्य सरकार करेगी.
राज्य सरकार के इस फैसले के बाद राज्य प्रशिक्षत पारा शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि इससे शिक्षक को नई ऊर्जा मिलेगी, जो लंबे समय से परेशान चल रहे थे. बुधवार को झारखंड कैबिनेट की बैठक के बाद पारा शिक्षकों का मानदेय बढ़ाने का ऐलान किया है. इसके साथ ही कल्याण विभाग के अंतर्गत 136 आवासीय विद्यालय के 21 हजार स्टूडेंट्स को राज्य सरकार मोबाइल टैब देगी. इसके अलावा पेट्रोल सब्सिडी योजना के तहत राशन कार्डधारियों को उनके बैंक अकाउंट में हर महीने 250 देने संबंधी प्रस्ताव पर सहमति दे दी गई है.