लैंड स्कैम (Land scam) मामले में आरोपी और ईडी (ED) द्वारा गिरफ्तार किए गए पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की 3 दिनों का तीसरी रिमांड अवधि पूरी हो गई. इसके बाद ED ने पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायायिक हिरासत में होटवार जेल भेज दिया गया है.
ईडी ने गुरुवार को दोपहर 2.05 मिनट पर ईडी के विशेष न्यायाधीश दिनेश राय की अदालत में हेमंत सोरेन को पेश किया था. इससे पूर्व भी अदालत ने हेमंत सोरेन को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था. बता दें कि बीती 31 जनवरी को पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था.
रांची सिविल कोर्ट में हेमंत सोरेन की पेशी को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. बड़गाई अंचल की 8.5 एकड़ जमीन को दखल करने मामले और दिल्ली स्थित उनके आवास पर 36 लाख रुपए बरामद होने मामले के अलावा व्यवसाई विनोद सिंह के साथ व्हाट्सएप चैट में तथाकथित ट्रांसफर-पोस्टिंग में पैसे के लेनदेन से संबंधित मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन से पूछताछ की थी.
ईडी की कार्रवाई के खिलाफ जेएमएम चला रही अभियान
ईडी की करवाई और भाजपा के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा यानी जेएमएम गुरुवार से राज्यभर में अभियान चली रही है. कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को बता रहे हैं कि किस तरह पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को फंसाया गया है. उन्हें रिमांड के दौरान प्रताड़ित किया जा रहा है.
यहां तक कि ईडी दफ्तर के अंदर हेमंत सोरेन को बेसमेंट में रखा गया. वहां धूप की किरण तक नहीं पहुंचती थी. पूरे प्रकरण के लिए पार्टी बीजेपी को दोषी मानती है. जेएमएम का आरोप है की ईडी का एक्शन बीजेपी के इशारों पर हुआ है.
रांची जिला अध्यक्ष मुस्ताक आलम ने कहा कि इसके खिलाफ रांची के मोराबादी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने पार्टी कार्यकर्ता उपवास पर बैठ गए हैं. उनका कहना है जब महात्मा गांधी अहिंसा की राह अख्तियार कर अंग्रेजों को भगाने का काम कर सकते हैं, तो वे भी अहिंसा की राह अपनाकर बीजेपी को भगाने का काम करेंगे.