
जम्मू-कश्मीर में आसमान से आफत बरसी है. रामबन में बादल फटने से भारी तबाही हुई, जिसमें अब तक 3 लोगों की मौत की खबर है, वहीं 100 से ज्यादा लोग का रेस्क्यू किया जा चुका है. रामबन के साथ-साथ किश्तवाड़ से लेकर डोडा तक भारी बारिश ने जम्मू कश्मीर को बेहाल कर दिया -है. जगह- जगह पहाडों से पत्थर गिरे और सैलाब के साथ ऐसा मलबा शहरों कस्बों की तरफ आया कि किसी को संभलने का मौका नहीं मिला. जम्मू-श्रीनगर हाइवे में कई जगहों पर मलबों का कब्जा हो गया.
आज भी आंधी-बारिश का अलर्ट

रामबन में फ्लैश फ्लड से ऐसी तबाही आई मानो पूरा शहर ही बाढ़ में फंस गया. हर तरफ पानी है, मलबा है, कीचड़ है. इसमें 30 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है और कई गाड़ियां मलबे में फंसी हैं. जम्मू में आज (21 अप्रैल) भी आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और बारिश, आंधी या धूल भरी आंधी की संभावना है. इसके बाद 22 अप्रैल को आसमान मुख्यतः साफ रहेगा. शाम या रात तक आंशिक रूप से बादल छा सकते हैं. हालांकि मौसम विभाग ने कोई अलर्ट जारी नहीं किया है.
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात स्थगित
250 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात स्थगित कर दिया गया है, जिसके कारण सैकड़ों वाहन फंस गए हैं. यह राजमार्ग कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एकमात्र सड़क मार्ग है. अधिकारियों ने बताया कि नाशरी और बनिहाल के बीच लगभग एक दर्जन स्थानों पर पहाड़ों से मलबा आने के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया है.

स्कूल-कॉलेज बंद
वहीं, खराब मौसम के मद्देनजर आज यानी 21 अप्रैल को रामबन जिले में सभी सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज और तकनीकी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के मद्देनजर कश्मीर में सभी स्कूलों को सोमवार को बंद रखने का निर्देश दिया गया है. शिक्षा मंत्री सकीना इट्टू ने एक्सएनयूएमएक्स पर एक पोस्ट में कहा, "लगातार गंभीर मौसम की स्थिति और पूर्वानुमान के मद्देनजर, यह निर्णय लिया गया है कि घाटी के सभी स्कूलों में 21 अप्रैल को एक दिन के लिए कक्षाएं निलंबित रहेंगी. यह निर्णय सभी छात्रों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती कदम के रूप में लिया गया है."