जम्मू-कश्मीर में माहौल तनावपूर्ण है, जबकि लद्दाख में स्थिति सब नियंत्रण में है. लद्दाख में न तो अतिरिक्त सैन्य गतिविधि ही देखी जा रही है, न ही सुरक्षाबलों को विशेष तौर पर तैनात किया गया है. लद्दाख में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 भी नहीं लगाई गई है. गर्मी की छुट्टियों के बाद लद्दाख में आज स्कूल, कॉलेज समेत सभी शैक्षणिक संस्थान खुल गए हैं.
वहीं जम्मू-कश्मीर में हलचल तेज है. श्रीनगर और जम्मू में धारा 144 लागू हो चुकी है. दोनों शहरों में मोबाइल, इंटरनेट सेवा भी बंद है. यह पहला मौका है जब घाटी में मोबाइल, इंटरनेट सेवाओं के साथ लैंडलाइन सर्विस को भी बंद कर दिया गया है. करगिल युद्ध के दौरान भी लैंडलाइन सर्विस को नहीं बंद किया गया था.
श्रीनगर और जम्मू में सुरक्षा के मद्देनजर धारा 144 लागू कर दी गई है. आम लोगों को बाहर ना निकलने के लिए कहा गया है. ऐसे में लोगों के ग्रुप में एक साथ बाहर निकलने पर भी रोक लग गई है. पूरी घाटी में मोबाइल इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है. पहले सिर्फ मोबाइल सेवा रोकी गई और उसके बाद में लैंडलाइन सर्विस भी रोक दी गई है. ऐसे में सुरक्षाबलों को अब सैटेलाइट फोन दिए गए हैं, ताकि किसी भी स्थिति को संभाला जा सके.Jammu & Kashmir: Schools reopened normally today in Leh, classes resuming in colleges and other educational institutions too. pic.twitter.com/ETqKa1hEwo
— ANI (@ANI) August 5, 2019
सिर्फ जम्मू में ही CRPF की 40 कंपनियों को तैनात किया गया है. इससे पहले कश्मीर में ही हजारों की संख्या में अतिरिक्त सुरक्षाबल पहले से ही तैनात किए जा चुके थे. जम्मू-कश्मीर के सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं. 5 अगस्त को यूनिवर्सिटियों में होने वाली परीक्षा को भी अगले आदेश तक के लिए टाल दिया गया है.