यूरोपीय संसद का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को कश्मीर के जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए श्रीनगर पहुंचा. पांच अगस्त को धारा-370 के हटने के बाद कश्मीर का दौरा करने वाला यह पहला विदेशी प्रतिनिधिमंडल है. प्रतिनिधिमंडल यहां के एक पांच सितारा होटल में पहुंचा. इसके बाद उन्हें बादामी बाग में सेना के 15-कोर मुख्यालय में ले जाया गया, जहां सेना के शीर्ष कमांडरों ने उन्हें कश्मीर की स्थिति के बारे में जानकारी दी.
Jammu and Kashmir: The delegation of European Union (EU) MPs visited Dal lake in Srinagar today. pic.twitter.com/TRt0k4PDeX
— ANI (@ANI) October 29, 2019
Jammu and Kashmir: The delegation of European Union (EU) MPs met local body members and the members of civil society, in Srinagar earlier today. pic.twitter.com/13yY3Nx2m0
— ANI (@ANI) October 29, 2019
इसके बाद प्रतिनिधिमंडल ने सिविल सोसायटी के मेंबर्स से मुलाकात की और फिर डेल झील की सैर पर गए. बता दें कि इस प्रतिनिधिमंडल की आलोचना की जा रही है, क्योंकि यह सामने आया है कि इनमें से कई सदस्य इटली, फ्रांस और जर्मनी में दक्षिणपंथी पार्टियों से ताल्लुक रखते हैं. .
#JammuAndKashmir: The delegation of European Union Parliament members met GoC 15 Corps, Lt General KJS Dhillon today in Srinagar. pic.twitter.com/UGfoyNpjDu
— ANI (@ANI) October 29, 2019
कुलगाम में आतंकी हमला
जम्मू और कश्मीर में आतंकियों की बौखलाहट एक बार फिर सामने आई. आतंकियों ने कुलगाम में हमला किया, जिसमें 5 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि एक घायल है. मारे गए सभी मजदूर कश्मीर से बाहर के हैं. जम्मू और कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से घाटी में ये सबसे बड़ा आतंकी हमला है. आतंकियों की कायराना हरकत से साफ है कि वे कश्मीर पर मोदी सरकार के फैसले से बौखलाए हुए हैं और लगातार आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं.
एग्जाम सेंटर के पास हमला
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में CRPF की एक पेट्रोल पार्टी पर आतंकियों ने हमला कर दिया. हमला एक एग्जाम सेंटर के पास हुआ. पुलवामा के द्रबगाम में स्थित एग्जाम सेंटर के पास आतंकियों ने फायरिंग की. हालांकि राहत की बात है कि हमले में कोई घायल नहीं हुआ. इस हमले के कारण एनकाउंटर की जगह पर 5 स्टूडेंट्स भी फंस गए थे जिन्हें काफी मशक्कत के बाद सही-सलामत रेस्क्यू करा लिया गया.
घाटी में हुई पत्थरबाजी!
EU सांसदों के दौरे के बीच श्रीनगर के कुछ हिस्सों में पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आई हैं. साउथ कश्मीर में भी कुछ हिस्सों पत्थरबाजी की घटना हुई है. बता दें कि विदेशी मेहमानों के दौरे की वजह से घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया था.
Army sources: Delegation of European Union MPs visiting Jammu and Kashmir to be briefed by security forces in the 15 Corps Headquarters in Srinagar today. pic.twitter.com/qkF9F9XQG1
— ANI (@ANI) October 29, 2019
राज्यपाल से होगी मुलाकात
इन सांसदों ने सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की. इस दौरान जम्मू-कश्मीर के मसले पर बात हुई. EU सांसदों की टीम यहां राज्यपाल, एडवाइज़र्स से मुलाकात करेगी, इसके साथ ही चुने हुए प्रतिनिधियों से भी मुलाकात होगी. जहां पर वह स्थानीय निवासियों और DC से मुलाकात करेंगे.
भारत में राजनीतिक दल कर रहे हैं विरोध
भारत में राजनीतिक दलों ने EU के इन सांसदों के कश्मीर दौरे का विरोध किया है और सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, बसपा प्रमुख मायावती ने EU सांसदों के इस दौरे के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस मसले पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. प्रियंका गांधी ने ट्वीट कहा कि कश्मीर में यूरोपियन सांसदों को सैर-सपाटा और हस्तक्षेप की इजाजत लेकिन भारतीय सांसदों और नेताओं को पहुँचते ही हवाई अड्डे से वापस भेजा गया! बड़ा अनोखा राष्ट्रवाद है यह!!
असदुद्दीन ओवैसी ने तंज कसते हुए लिखा कि यूरोपियन पार्लियामेंट के सांसद जो इस्लामोफोबिया के शिकार हैं उनका चुनाव किया गया है, ऐसे लोग मुस्लिम बहुल घाटी जा रहे हैं. ओवैसी ने दल में शामिल सांसदों को नाजी लवर भी बताया है. ओवैसी ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए मशहूर गाने का जिक्र किया है.
Delhi: The delegation of European Union (EU) MPs scheduled to visit Kashmir today, leave for Delhi Airport from their hotel. https://t.co/4R4Jln89Bg pic.twitter.com/PPt5kJCx13
— ANI (@ANI) October 29, 2019
जम्मू-कश्मीर जाकर क्या करेंगे EU सांसद?
सोमवार को करीब 27 EU सांसदों ने पीएम मोदी और NSA अजीत डोभाल से मुलाकात की, जिसके बाद वह आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं. यहां पर ये सभी सांसद स्थानीय लोगों, अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और हालात का जायजा लेंगे. अनुच्छेद 370 की घटना के बाद किसी विदेशी दल का ये पहला कश्मीर दौरा है. इन सांसदों का दल आज रात कश्मीर में ही रुकेगा, जिसके बाद बुधवार को इनकी दिल्ली वापसी होगी.
Members of European Parliament call on PM @narendramodi at 7, Lok Kalyan Marg, New Delhi pic.twitter.com/ke5g6KyGKE
— PIB India (@PIB_India) October 28, 2019
विपक्षी दलों ने किया पुरजोर विरोध
यूरोपीय सांसदों को जम्मू-कश्मीर जाने की अनुमति देने का भारत में राजनीतिक विरोध हो रहा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर सरकार के इस फैसले पर सवाल खड़े किए. राहुल ने लिखा कि EU के सांसदों को जम्मू-कश्मीर जाने की इजाजत है, लेकिन भारत के नेताओं या सांसदों को जाने नहीं दिया जा रहा है. इस बात में काफी कुछ गलत है.
राहुल गांधी के अलावा अन्य राजनीतिक दल, यहां तक की भारतीय जनता पार्टी के सुब्रमण्यम स्वामी ने भी ट्वीट कर भारत सरकार के इस फैसले पर सवाल खड़े किए थे और इसे तुरंत वापस लेने को कहा था. गौरतलब है कि इससे पहले देश में कांग्रेस समेत विपक्ष के कई नेताओं ने कश्मीर जाने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट से आगे नहीं बढ़ने दिया गया था.
प्रधानमंत्री से मिलकर क्या बोले EU सांसद?
सोमवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, NSA अजीत डोभाल से मुलाकात करने के बाद EU सांसद बीएन डन ने कहा कि पीएम मोदी ने उन्हें अनुच्छेद 370 के बारे में विस्तार से बताया है. हालांकि, हम फिर भी ज़मीन पर जाकर वहां के हालात देखना चाहते हैं. हम सिर्फ चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में शांति स्थापित हो.
EU सांसदों की यात्रा से पहले आतंकी हमला
एक ओर आज EU के सांसद जम्मू-कश्मीर का दौरा कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर घाटी के सोपोर में सोमवार को आतंकियों ने हमला किया. सोपोर में आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया, जिसमें 15 लोग घायल हुए. ये हमला सोमवार शाम को सोपोर के होटल प्लाज़ा के पास हुआ था.