जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में पत्थरबाजों (Stone Pelters) के खिलाफ सीआईडी (CID) के एक्शन की पीडीपी (PDP) और कांग्रेस (Congress) ने निंदा की है. पीडीपी का कहना है कि सरकार जम्मू कश्मीर को पुलिस स्टेट में बदल रही है. वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी पर पत्थरबाजों को लेकर दोहरे रवैया का आरोप लगाया है.
दरअसल, रविवार को कश्मीर सीआईडी (Kashmir CID) की तरफ से सर्कुलर जारी किया गया. इस सर्कुलर के मुताबिक पत्थरबाजी जैसी गतिविधियों में शामिल रहे युवाओं को न तो सरकारी नौकरी मिलेगी और न ही उनके पासपोर्ट का वैरिफिकेशन किया जाएगा.इस सर्कुलर में कहा गया है कि ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों को सिक्योरिटी क्लियरेंस न दिया जाए. पत्थरबाजी के खिलाफ जारी इस सर्कुलर को लेकर घाटी में सियासत शुरू हो गई है.
पीडीपी के सीनियर नेता फिरदौस टाक ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वो एंटी कश्मीरी यूथ पॉलिसी चला रही है. उन्होंने कहा कि हमारा अंदाजा सही निकला सरकार जम्मू कश्मीर को पुलिस स्टेट में तब्दील कर रही है. उन्होंने कहा कि किसी पर आरोप लगने के बाद वह तबतक निर्दोष रहता है जबतक उस पर लगे आरोप साबित ना हो जाएं. उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधा और सीआईडी के नए सर्कुलर की निंदा की.
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जम्मू कश्मीर कांग्रेस ने भी सीआईडी सर्कुलर को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है. जम्मू कश्मीर कांग्रेस के उपाध्यक्ष रमन भल्ला ने कहा कि जब बीजेपी पीडीपी के साथ सरकार में थी तो पत्थरबाजों को रिहाई दी थी. बीजेपी का पत्थरबाजों को लेकर दोहरा रवैया सामना आया है. नया सीआईडी सर्कुलर यूपी चुनाव को ध्यान में रखकर जारी किया गया है. बीजेपी फर्जी राष्ट्रवाद के जरिए उत्तर प्रदेश का चुनाव जीतना चाहती है.
वहीं बीजेपी ने पीडीपी पर पलटवार करते हुए कहा कि पत्थरबाजों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी. पीडीपी देश विरोधी ताकतों का तुष्टीकरण कर रही है.
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