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'मुसलमानों के नरसंहार के लिए भाजपा उकसा रही है', PDP चीफ महबूबा मुफ्ती का आरोप

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि दिल्ली में हुए किसान आंदोलन से हमें सबक लेना चाहिए लेकिन यहां समस्या यह है कि हमें अपने घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जाता है. मैंने कई बार कहीं जाने की कोशिश की है, लेकिन मुझे नजरबंद रखा गया है.

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महबूबा मुफ्ती. -फाइल फोटो
महबूबा मुफ्ती. -फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पिछले दिनों भाजपा शासित राज्यों में जो हुआ उस पर गौर करें: महबूबा मुफ्ती
  • मुसलमानों को उकसाने के लिए भाजपा उठा रही मंदिर-मस्जिद का मुद्दा

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ ने भाजपा पर मुसलमानों को उनके नरसंहार के लिए उकसाने और भड़काने के प्रयास करने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि देश के मूल सिद्धांतों को हिलाया जा रहा है और संविधान को काटा जा रहा है. महबूबा का ये बयान असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के उस बयान पर पूछे गए सवाल के जवाब में आया है जिसमें उन्होंने (हिमंत बिस्वा सरमा) कहा था कि मदरसों का अस्तित्व खत्म हो जाना चाहिए.

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है. भाजपा की शाखाएं चल रही हैं जहां वे तलवार और धनुष-बाण की लड़ाई का प्रशिक्षण देते हैं. भारत को गुजरात मॉडल या यूपी मॉडल में बदलने के लिए एक प्रतियोगिता चल रही है. असम के मुख्यमंत्री उससे भी आगे जाना चाहते हैं. महबूबा ने लोगों से हाल के दिनों में भाजपा शासित राज्यों में मुसलमानों के साथ किए गए व्यवहार को याद करने की अपील की. 

पिछले दिनों भाजपा शासित राज्यों में जो हुआ उस पर गौर करें: महबूबा मुफ्ती

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने देखा है कि हाल ही में मध्य प्रदेश में क्या हुआ था? वहां एक हिंदू को मुस्लिम होने के संदेह में पीट-पीट कर मार डाला गया था. वे देश की नींव को हिलाने की बात कर रहे हैं. जिस धर्मनिरपेक्षता पर यह देश बनाया गया था, जिस संविधान पर यह देश बना था, वे उस संविधान को तोड़ रहे हैं.

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मुफ्ती ने कहा कि वे (भाजपा) पूरे देश को गुजरात मॉडल में बदलने की कोशिश कर रहे हैं. इसके अलावा भाजपा में यूपी मॉडल, असम मॉडल, एमपी मॉडल की भी प्रतिस्पर्धा चल रही है कि कौन मुसलमानों को अधिक परेशान करेगा?

मुसलमानों को उकसाने के लिए भाजपा उठा रही मंदिर-मस्जिद का मुद्दा

पीडीपी चीफ ने दावा किया कि भाजपा नेता और कार्यकर्ता 'मंदिर-मस्जिद' जैसे संवेदनशील मुद्दों को उठा रहे हैं ताकि मुसलमानों को उकसाया जा सके. उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि वे (मुसलमान) प्रतिक्रिया दें और उन्हें (भाजपा नेताओं को) एक और गुजरात नरसंहार या यूपी या अन्य जगहों पर जो हुआ, ऐसा करने का एक और मौका मिले. 

1947 से पहले से देश की मौजूदा स्थिति की तुलना करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उस वक्त अंग्रेजों ने हिंदुओं और मुसलमानों को एक-दूसरे से लड़ने के लिए मजबूर किया था और आज भाजपा के लोग, उनके मुख्यमंत्री, उनके मंत्री, अंग्रेजों की भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से हमारे प्रधानमंत्री जो पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं, वे मूकदर्शक के रूप में इसे देख रहे हैं.

अनुच्छेद 370 को लेकर भी महबूबा मुफ्ती ने साधा निशाना

महबूबा मुफ्ती ने अनुच्छेद 370 को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के पीछे भाजपा का जो भी उद्देश्य था, वो दिन-ब-दिन सामने आ रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर के युवाओं को आर्थिक रूप से अक्षम किया जा रहा है और उन्होंने कहा कि वह इस कदम के खिलाफ स्थानीय लोगों के शांतिपूर्ण विरोध में शामिल होंगी. 

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