पंजाब के रोपड़ रेंज के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को सीबीआई ने रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है. भुल्लर पंजाब के पूर्व डीजीपी एम.एस. भुल्लर के बेटे हैं. जांच एजेंसी ने मोहाली स्थित उनके कार्यालय से गिरफ्तार करते हुए चंडीगढ़ और मोहाली में छापेमारी की जहां से उनकी अकूत काली कमाई का खुलासा हुआ है. इसमें पांच करोड़ रुपये नकद, डेढ़ किलो सोना, दो लग्जरी गाड़ियों (मर्सिडीज और ऑडी) की चाबियां, 22 कीमती घड़ियां और हथियार बरामद किए गए हैं.
केस सेटल करने के एवज में मांगी थी रिश्वत
सीबीआई के अनुसार, भुल्लर ने कबाड़ व्यापारी आकाश बट्टा से 2023 में दर्ज एक एफआईआर का निपटारा (सेटल) करने के बदले आठ लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. रिपोर्ट के मुताबिक इसके अलावा वो हर महीने लाखों रुपये का 'सेवा-पानी' के नाम पर अवैध भुगतान की मांग करते थे. व्यापारी की शिकायत पर सीबीआई ने ट्रैप बिछाया और भुल्लर के करीबी सहयोगी कृष्णु को आठ लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
सीबीआई ने रिकॉर्ड की रिश्वत वाली कॉल
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक सीबीआई ने बताया कि ट्रैप के दौरान व्यापारी और भुल्लर के बीच हुई व्हाट्सएप कॉल रिकॉर्डिंग में भुल्लर खुद "8 फड़ने ने 8" कहते सुने गए, जो पंजाबी में आठ लाख रुपये की मांग की पुष्टि करता है. इसके बाद भुल्लर को उनके कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया गया.
जांच में यह भी सामने आया कि यह रिश्वत केवल एक केस "सेटल" करने के लिए नहीं थी, बल्कि हर महीने वसूले जाने वाले 'सेवा-पानी' का हिस्सा थी. सीबीआई ने पूरे मामले में भुल्लर और उनके मिडलमैन कृष्णु पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 7ए सहित भारतीय न्याय संहिता की धारा 61(2) के तहत मामला दर्ज किया है. कृष्णु ही उनके नाम पर रिश्वत का पैसा लोगों से वसूल करता था.
2009 बैच के आईपीएस हैं हरचरण सिंह भुल्लर
हरचरण सिंह भुल्लर 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. उन्होंने इससे पहले पटियाला रेंज के डीआईजी, विजिलेंस ब्यूरो के जॉइंट डायरेक्टर और कई जिलों में एसएसपी के रूप में कार्य किया था. भुल्लर 2021 में अकाली दल नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ नशा मामले की जांच टीम का नेतृत्व भी कर चुके हैं.