उम्र बढ़ने के साथ-साथ हरियाणा में महिलाओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले सुधर जाती है. राज्य में प्रति हजार पुरुष के मुकाबले महिलाओं की संख्या हालांकि काफी कम है.
हरियाणा में 70 से अधिक की अवस्था वाले समूह में महिलाओं की संख्या वैध पुरुष मतदाताओं से अधिक है. यह उपलब्धि इस तथ्य के बावजूद है कि लिंगानुपात (प्रति हजार पुरुष के मुकाबले महिलाओं की संख्या) के लिहाज से हरियाणा देश के सबसे खराब राज्यों में गिना जाता है. हरियाणा में लिंगानुपात वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक, प्रति 1000 पुरुष के मुकाबले 879 महिलाएं हैं.
हरियाणा के मुख्य निर्वाची अधिकारी श्रीकांत वलगाड ने कहा कि 80 से अधिक आयु वर्ग समूह के मतदाताओं में महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है.
वलगाड ने कहा, '70 से 79 आयु वर्ग के कुल 601,971 मतदाता हैं (2009 के विधानसभा चुनाव में यह संख्या 586,427 थी) जिनमें से 293,191 पुरुष हैं और 308,780 महिलाएं हैं. 80 वर्ष और इससे अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या 339,477 मतदाता हैं (2009 में 288,333 थी) जिनमें से 146,365 पुरुष और 193,112 महिलाएं हैं.'
80 से अधिक आयुवर्ग में महिला मतदाताओं की संख्या 46,747 अधिक है जबकि 70 से 79 आयुवर्ग की महिलाओं में 15,589 महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है.
स्कूल शिक्षक शीत दहिया ने बताया, 'इससे साफ पता चलता है कि हरियाणा में खराब लिंगानुपात के बावजूद बुजुर्ग होने पर भी महिलाएं खड़ी रहने की हिम्मत रखती हैं.' दहिया की 75 वर्षीया मां भी मतदाता हैं.
60 से 69 वर्ष के वर्ग में भी महिलाएं पुरुषों के बराबर में खड़ी हैं. इस वर्ग में 1,307,745 मतदाता हैं जिनमें से 659,638 पुरुष हैं और 648,107 महिलाएं हैं. अंतर केवल 11,531 का है.