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HSSC परीक्षा के सवाल पर ब्राह्मणों में उबाल, मंत्री बोले- छोटी सी बात पर चेयरमैन नहीं हटेंगे

राष्ट्रीय ब्राह्मण संघ ने इस तरह के प्रश्न पर सख्त आपत्ति जताते हुए हरियाणा सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है. ब्राह्मण समाज की ओर से HSSC के चेयरमैन को हटाने की मांग की गई है. राष्ट्रीय ब्राह्मण संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुमित कौशिक ने कहा है, “इस तरह के सवाल पूछ कर सरकार और HSSC समाज को बांटना चाहते हैं, ये बहुत ही शर्मसार करने वाली बात है और हम इसकी निंदा करते हैं. सरकार इस पर माफ़ी मांगे और उस अधिकारी को बर्खास्त करे जिसने यह सवाल पूछा है.”

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अनिल विज
अनिल विज

जूनियर सिविल इंजीनियर पदों के लिए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) की ओर से कराई गई परीक्षा में पूछे गए सवाल को लेकर बवाल जारी है. दरअसल परीक्षा के प्रश्न पत्र में 75 नंबर सवाल में पूछा गया था कि हरियाणा में कौन-सा अपशकुन नहीं माना जाता है? साथ ही इस सवाल के जवाब के लिए दिए गए ऑप्शन में 'काले ब्राह्मण से मिलना' और 'ब्राह्मण की कन्या को देखना' भी ऑप्शन थे.

राष्ट्रीय ब्राह्मण संघ ने इस तरह के प्रश्न पर सख्त आपत्ति जताते हुए हरियाणा सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है. ब्राह्मण समाज की ओर से HSSC के चेयरमैन को हटाने की मांग की गई है. राष्ट्रीय ब्राह्मण संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुमित कौशिक ने कहा है, “इस तरह के सवाल पूछ कर सरकार और HSSC समाज को बांटना चाहते हैं, ये बहुत ही शर्मसार करने वाली बात है और हम इसकी निंदा करते हैं. सरकार इस पर माफ़ी मांगे और उस अधिकारी को बर्खास्त करे जिसने यह सवाल पूछा है.”

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हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का ध्यान इस मुद्दे पर दिलाया गया तो उन्होंने कि इस तरह के सवाल नहीं पूछे जाने चाहिए, जिसने पेपर सेट किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. हालांकि HSSC के चेयरमैन को हटाने की मांग को विज ने गलत बताया. विज ने कहा, ‘छोटी सी बात पर इस तरह की मांग करना ठीक नहीं है कि पीएम को हटा दो, सीएम को हटा दो, चेयरमैन को हटा दो लेकिन जिसने गलती की है उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.’

हरियाणा में ब्राह्मण समाज की ओर से इस मुद्दे पर रोष जताया जा रहा है. गुड़गांव में ब्राह्मण समाज के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया. उधर HSSC ने दोषी के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है. चाणक्य परिषद के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष पंडित सतमा राम कौशिक का कहना है कि यह सिर्फ सरकार को बदनाम करने की साजिश है. सरकार को सख्त कदम उठाना चाहिए नहीं तो ब्राह्मण समाज को संघर्ष के लिए मजबूर होना पड़ेगा.    

(अंबाला से कमलप्रीत सबरवाल और रोहतक से सुरेंद्र सिंह के इनपुट के साथ)

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