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भुपेंद्र सिंह हुड्डा को फिर नहीं मिली रोहतक जाने की इजाजत

रोहतक जाने की कोशिश कर रहे भुपेंद्र सिंह हुड्डा को झज्जर जिले में बहादुरगढ़ में रोका गया. मौजूदा हालत को देखते हुए उनसे आगे नहीं जाने का अनुरोध किया गया.

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हुड्डा ने कहा कि मैं एक जाट हूं. मैं इस आंदोलन से काफी दुखी हूं.
हुड्डा ने कहा कि मैं एक जाट हूं. मैं इस आंदोलन से काफी दुखी हूं.

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कानून व्यवस्था की समस्या के कारण सोमवार को रोहतक जाने की इजाजत नहीं दी गई. इसके पहले शुक्रवार को भी उन्हें रोहतक जाने से मना किया गया था. रोहतक प्रदेश में आग की तरह फैले जाट आरक्षण आंदोलन का केंद्र बना हुआ है.

सरकार से मांगा मुआवजा
रोहतक जाने की कोशिश कर रहे हुड्डा को झज्जर जिले में बहादुरगढ़ में रोका गया. मौजूदा हालत को देखते हुए उनसे आगे नहीं जाने का अनुरोध किया गया. इसके बाद हुड्डा ने कहा, ‘‘मैं एक जाट हूं. मैं इस आंदोलन से काफी दुखी हूं. मैं राज्य सरकार से उन सब को मुआवजा देने का अनुरोध करता हूं, जिन्हें आंदोलन में नुकसान हुआ है.’’

सुरक्षा कारणों से रोकी गई राह
हुड्डा रोहतक की गढ़ी सांपला किलोई सीट से विधायक हैं. उन्होंने जाट आंदोलनकारियों से राज्य में शांति बनाए रखने की भी अपील की. झज्जर प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने मौजूदा हालत को देखते हुए सुरक्षा कारणों से पूर्व मुख्यमंत्री से रोहतक नहीं जाने का अनुरोध किया.’’

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जंतर-मंतर पर दिया था धरना
हुड्डा, उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा और उनकी पार्टी के कई नेताओं ने रविवार को नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना दिया था. वहां से भी हुड्डा ने हरियाणा में शांति बनाए रखने की अपील की थी.

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