पंजाब के लुधियाना की एक संस्था 'मनुख्ता दी सेवा सबसे बड़ी सेवा' ने अंबाला छावनी और शहर से तीन ऐसे लोगों को रेस्क्यू किया है, जो कई साल से घर के कमरे में कैद थे. ये तीनों लोग दिमागी रूप से कमजोर हैं. इनमें बोह गांव निवासी दो भाई बहन शामिल हैं, जिसमें महिला MA. B.Ed कर चुकी है.
जानकारी के अनुसार, बोह गांव के भाई-बहन पिछले 20 साल से दो भाई बहन एक ही कमरे में बंद थे. इनके पिता डॉक्टर बताए जा रहे हैं. वहीं एक व्यक्ति अंबाला शहर के जोगीवाड़ा से रेस्क्यू किया गया है. इन तीनों को संस्था के लोग अपने साथ लुधियाना ले गए हैं. संस्था से जुड़े मिंटू मालवा ने कहा कि संस्था ऐसे लोगों की मदद करती है, जो मंदबुद्धि होते हैं, जिनकी मदद करने वाला कोई नहीं होता है.

वीडियो कॉल से मिली थी जानकारी, संस्था की टीम ने पहुंचकर किया रेस्क्यू
मिंटू ने बताया कि अंबाला से उनके पास वीडियो आई थी. इसके बाद वंदे मातरम् दल के साथ उन्होंने मिलकर इन लोगों को रेस्क्यू किया है. इन लोगों को संस्था बेहतर जीवन देने की कोशिश करेगी.
मालवा ने कहा कि यह तीनों ही बेहद गंदगी के बीच रह रहे थे. इन सब की दिमागी हालत कमजोर है. जिस महिला को रेस्क्यू किया गया है, वह काफी पढ़ी-लिखी है, लेकिन दिमागी हालत ठीक नहीं है. इन लोगों के अपनों ने भी इनका हाल नहीं पूछा. तीनों मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित थे.