गुजरात असेंबली में शुरू होने वाले तीन दिन के मानसून सत्र में भारी हंगामे की संभावना जताई जा रही है. कांग्रेस पार्टी पटेल समुदाय के आंदोलन, भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था के मुद्दों पर सरकार को घेर सकती है.
पहले दिन दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि
सत्र के पहले दिन हाल में दिवंगत नेताओं पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम , सूरत के विधायक राजा पटेल और गुजरात के पूर्व वित्त मंत्री सनत मेहता को श्रद्धांजलि देने के लिए सदन में कोई आधिकारिक कार्रवाई नहीं होगी.
कम से कम पांच दिन की जरूरत
राज्य सरकार के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने कहा, ' बाकी दो दिन (27 अगस्त और 28 अगस्त) कई विधेयक, प्रस्ताव और नोटिस पेश किए जाएंगे.'
विपक्ष के नेता शंकर सिंह वघेला ने कहा कि राज्य के सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए यह सत्र कम से कम पांच दिन का होना चाहिए.
राज्य सरकार का घेराव
वघेला ने कहा, ' 27 अगस्त को हम सदन में प्रदर्शन करेंगे और भ्रष्टाचार व खराब कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर गुजरात सरकार का घेराव करेंगे. आखिरी दिन हम आरक्षण विवाद पर सरकार से जवाब की मांग करेंगे. '