एक कहावत प्रचलित है कि जाको राखे साइयां मार सके ना कोय, यह कहावत गुजरात के सूरत शहर में चरितार्थ हुई है. सूरत शहर के रांदेर इलाके में गुरुवार की सुबह एक बुजुर्ग दसवीं मंजिल की खिड़की से नीचे गिरकर आठवी मंजिल की खिड़की की ग्रिल में फंस गया था. यदि ग्रील में ना फंसकर बुजुर्ग सीधे नीचे गिर गया होता तो उसकी जान जा सकती थी.
आठवीं मंजिल की खिड़की पर ग्रील में फंसे बुजुर्ग के बारे में सूरत महानगर पालिका की फ़ायर ब्रिगेड को जानकारी दी गई थी. मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने सूझबूझ दिखाकर बुजुर्ग को सुरक्षित रेस्क्यू कर बाहर निकाला था.
मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की सुबह 8 बजे सूरत शहर के रांदेर इलाके में जहांगीराबाद डी-मार्ट के पास टाइम गैलेक्सी ए बिल्डिंग की 10वीं मंजिल पर रहने वाले 57 साल के नितिनभाई अडिया घर की खिड़की के पास सो रहे थे. इस दौरान वे अचानक गिर पड़े और उनका पैर 8वीं मंजिल पर खिड़की के बाहर लगी ग्रिल में फंस गया था.
फायर कंट्रोल रूम को कॉल मिलने पर जहांगीरपुरा, पालनपुर, और अडाजन फायर स्टेशन की टीम के उप मुख्य अग्निशमन अधिकारी एस.डी. धोबी के नेतृत्व में तुरंत पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया. बिल्डिंग के नीचे जमीन पर सुरक्षा जाल लगाया गया था और दमकल कर्मियों को खड़ा रखा गया और 8वीं मंजिल से जाल काटकर और 10वीं मंजिल पर इस व्यक्ति को रस्सी और सुरक्षा बेल्ट बांधकर बचाव अभियान शुरू किया गया. काफी प्रयास के बाद बुजुर्ग को सुरक्षित बचा लिया गया था. इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दमकल की टीम द्वारा वीडियो वायरल किए गए हैं.